झाबुआ। चुनाव के अंतिम दौर में अब दिग्गज नेताओं की आवाजाही का दौर भी शुरू हो गया है. सोमवार को जहां भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा झाबुआ विधानसभा के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे, तो वहीं कांग्रेस से राज्यसभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी जिले की तीनों विधानसभा में चुनावी सभा ली. दोनों ही नेता अपनी-अपनी सरकार बनने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आए.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा जनता अब भाजपा के कुशासन से पूरी तरह त्रस्त हो चुकी है. इस बार जनता कह रही है कि मामा तो गयो. यही बात आज जन-जन तक पहुंच चुकी है और हमें जनता पर विश्वास है. इस बार धनबल नहीं जनबल जीतेगा. दरअसल दिग्विजय सिंह झाबुआ जिले की तीनों विधानसभा में चुनावी सभा लेने आए थे. इससे पूर्व उन्होंने कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी.
धर्म के नाम पर लोगों को मूर्ख नहीं बना सकते: सनातन धर्म को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने कहा कि यह चुनाव सनातन धर्म या इस्लाम का चुनाव नहीं है. यह चुनाव महंगा, भाजपा के अत्याचारों और अन्याय का है. ये चुनाव अनुसूचित जाति जनजाति का जो बजट था, उसका दुरुपयोग करने का है. ये चुनाव भारतीय जनता पार्टी के झूठे वादों का है. दिग्विजय सिंह ने आगे कहा सनातन धर्म कोई मुद्दा है क्या? कर्नाटक में प्रधानमंत्री कहते थे कि बजरंगबली का नाम लेकर तुम बटन दबाओ. वहां भाजपा बुरी तरह से हारी. ये भाजपावाले गलत फहमी में है कि वे धर्म के नाम पर लोगों को मूर्ख बना सकते हैं.
दिग्विजय और भूरिया कभी बूढ़े नहीं हो सकते: कांतिलाल भूरिया को लेकर 2019 के विधानसभा उप चुनाव में दिग्विजय सिंह ने एक सभा में कहा था कि ये भुरियाजी का आखरी चुनाव है. इस बयान को लेकर लिए गए सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि भूरिया और दिग्विजय सिंह कभी बूढ़े नहीं होने वाले. उनकी इस बात पर सभी लोग ठहाके लगाने लगे. वहीं भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में एक-एक प्रकरण की समीक्षा होगी. जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. जेल भेजने का अधिकार न्यायालय का है.
तोमर को देना चाहिए इस्तीफा: वहीं उन्होंने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे के वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि इस पर भी मोदीजी कुछ कहें. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को भी इस बात को बेहद गंभीरता से लेना चाहिए. यदि ये वीडियो झूठा है, तो ऐसा करने वाले के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई होना चाहिए. यदि वीडियो सही है तो तोमर को इस्तीफा दे देना चाहिए.
प्रधानमंत्री ऐसे घूम रहे जैसे खुद सीएम फेस हों: पीएम मोदी द्वारा शिवराज का नाम नहीं लेने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान और उनके मंत्रियों की पूरी लूट गैंग बनी हुई है. इसलिए पीएम मोदी अब उनका नाम तक नहीं लेते. मोदी भाजपा के प्रांतीय नेताओं से इतने त्रस्त, परेशान और दुखी हैं कि उन्हें पता है, इनके नाम पर भाजपा को वोट नहीं मिलने वाला. इसलिए प्रधानमंत्री ऐसे दौरा कर रहे हैं, जैसे वो ही मुख्यमंत्री का चेहरा हैं. हालांकि प्रधानमंत्री मोदी में अब वो बात नहीं रही, जो पहले हुआ करती थी. वे भी झूठ बोलने में कम नहीं है. भोपाल की आम सभा में उन्होंने छाती ठोक कर गारंटी दी थी कि मैं 70 हजार करोड़ का घोटाला करने वाले अजीत पवार को जेल भेजूंगा, लेकिन तीन दिन बाद ही वे भाजपा की सरकार में उपमुख्यमंत्री बना दिए गए. इन पर कैसे भरोसा कर लें.
लक्ष्मण मरकाम ने जयस को तोड़ा: दिग्विजय सिंह ने जयस को सामाजिक संगठन बताते हुए कहा हमने और भूरिया ने हमेशा जयस का समर्थन किया है. जयस एक सामाजिक संगठन है. उन्होंने लक्ष्मण मरकाम पर निशाना साधते हुए कहा बीजेपी के इस खास आदमी ने जयस जैसे सामाजिक संगठन को तोड़ा. यह पैसे बांट रहा है. मैंने प्रधानमंत्री को भी शिकायत की थी कि शासकीय अधिकारी को राजनीति में भाग लेने का अधिकार नहीं है, उस पर कार्रवाई होना चाहिए.
वीडी शर्मा बोले दिग्विजय सिंह बंटाधार: वहीं कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने आए वीडी शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा-वे मिस्टर बंटाधार हैं. उन्होंने झाबुआ से लेकर पूरे प्रदेश को दुरावस्था के दौर में पहुंचाया है. वे जितना ज्यादा घूमेंगे, उतना लोगों को दुरावस्था का वह दौर याद आएगा. दिग्विजय सिंह के आरएसएस को देश से बाहर करने के बयान पर वीडी शर्मा ने कहा कि दिग्विजय और आनंद राय दोनों नेस्तनाबूत हो गए हैं. ये कांग्रेस को तो बचा नहीं पाए और आरएसएस को प्रदेश और देश से बाहर करने की बात करते हैं. इनकी इतनी औकात है क्या?