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MP: पिछले साल कोरोना काल के दो माह में सवा लाख लोगों के मध्य प्रदेश में अंतिम संस्कार हुए : कमल नाथ

WHO की भारत में कोरोना से हुई मौतों के दावों पर जमकर सियासत शुरु हो गई है. कांग्रेस के कद्दावर नेता कमलनाथ का कहना है कि मोदी और शिवराज दोनों ही सरकारें आंकड़ों की बाजीगरी में जुटी रहीं. उन्होने पहले भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया था कि पिछले साल एमपी के श्मशानों में सवा लाख लोगों का कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार हुआ. जाहिर है मौतों का आंकड़ा सरकारी आंकड़ों से मेल नहीं खाता. ऐसे ही देश में कोरोना से पिछले साल 10 लाख मौतों का भी उन्होने दावा किया थी. (MP Corona Deaths record)

MP Corona Deaths record 1 lakh 25 thousand during covid peak months
एमपी में कोरोना से सवा लाख मौतें
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Published : May 6, 2022, 12:30 PM IST

Updated : May 6, 2022, 12:59 PM IST

भोपाल। कोरोना महामारी से हुई मौतों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट को लेकर मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने प्रदेश सरकार पर एक बार फिर निशाना साधते हुए दोहराया है कि बीते साल मार्च-अप्रैल माह में सवा लाख से ज्यादा लोगों के अंतिम संस्कार हुए थे. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट आने के बाद कमल नाथ ने बयान जारी कर कहा, "मैं शुरू से ही कहता रहा हूं कि कोरोना से देश में लाखों लोगों की मौत हुई है, जबकि भाजपा सरकार लोगों की जान बचाने व सच्चाई स्वीकारने की बजाय आंकड़े दबाने- छिपाने में ही लगी रही."

  • अब तो WHO भी कह रहा है कि भारत में कोविड से सबसे ज़्यादा मौतें हुई है और सरकारी आँकड़े से 10 गुना ज़्यादा मौतें हुई है और मौतों का आँकड़ा 47 लाख से भी ज़्यादा है।

    इसी से समझा जा सकता है कि भाजपा सरकार किस प्रकार झूठ परोसती रही , झूठे आँकड़े परोसती रही।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 5, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कांग्रेस नेता का बड़ा बयान: कमलनाथ ने कहा, "मैंने मध्यप्रदेश को लेकर भी कहा था कि यहां भी शिवराज सरकार के कुप्रबंधन के कारण मार्च और अप्रैल के महीने में श्मशान और कब्रिस्तानों में 1,27503 लोगों के अंतिम संस्कार हुये, इसमें से अगर 80 फीसदी भी कोरोना से मौतें हुईं हैं तो वो तादाद एक लाख दो हजार होती है. सरकार ने मुझे झूठा बताकर मेरे खिलाफ शिकायतें दर्ज करवा दी. जबकि हमने लोगों को इलाज, बेड, आक्सीजन ,जीवन रक्षक दवाइयों व इजेक्शन के अभाव में तड़प-तड़प कर दम तोड़ते हुए देखा है."

  • मैंने मध्यप्रदेश को लेकर भी कहा कि यहाँ भी शिवराज सरकार के कुप्रबंधन के कारण मार्च और अप्रैल के महीने में श्मशान और कब्रिस्तानों में 1,27503 लोगों के अंतिम संस्कार हुये , इसमें से अगर 80 फीसदी भी कोरोना से मौतें हुईं हैं तो वो तादाद 1,02000 होती है।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 5, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

WHO की रिपोर्ट आधार: अपनी बात को सच बताते हुए कमल नाथ ने कहा, अब तो WHO भी कह रहा है कि भारत में कोविड से सबसे ज्यादा मौतें हुई है और सरकारी आंकड़े से 10 गुना ज्यादा मौतें हुई है और मौतों का आंकड़ा 47 लाख से भी ज्यादा है. इसी से समझा जा सकता है कि भाजपा सरकार किस प्रकार झूठ परोसती रही, झूठे आंकड़े परोसती रही. कमल नाथ ने सरकार द्वारा घोषित किसी भी योजना का पीड़ितों को लाभ नहीं मिलने का दावा करते हुए कहा कि, अब सच्चाई सामने है। जिन लोगों ने अपनो को खोया है वो भाजपा सरकार को कभी माफ नही करेंगे.

कमलनाथ ने कहा था, श्मशान की लाशें गिन रहा हूं: पिछले साल कमलनाथ ने दावा किया था कि कोरोना से प्रदेश में सवा लाख से ज्यादा मौत हुईं. इसे लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया था कि सबूत मिला तो वो इस्तीफा दे देंगे. कमलनाथ ने भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाते हुए कहा था कि प्रदेश सरकार सिर्फ स्टंट की राजनीति समझती है. वह लोगों की मदद करने की जगह सिर्फ उन्हे गाली देने में ज्यादा समय लगाते हैं.

कमलनाथ ने क्या कहा था? "मैंने जो आंकड़े निकाले हैं उसके अनुसार प्रदेश में मार्च और अप्रैल महीने में 1 लाख 27 हजार 503 मौते हुई, इसका 80 प्रतिशत, मतलब 1 लाख 2 हजार 2 मौते कोरोना के कारण हुई. सरकार ने ये सब आंकड़े दबा दिए हैं. इसलिए कोरोना ने इतना विकराल रुप लिया है. मैं इसमें कोरोना से मौत नहीं गिन रहा. श्मशान में जो लाशें पहुंची हैं उसका आंकड़ा बता रहा हूं. इस आंकड़े के अनुसार लगभग रोजाना 51 हजार लाशें श्मशान पहुंची हैं. इसमें से 80 प्रतिशत मौते कोरोना से हुई हैं. सरकार को श्मशान के आंकड़े देखना चाहिए.

आंकड़ों का प्रमाण दो, इस्तीफा दे दूंगा- नरोत्तम मिश्रा: गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब में कहा था, "एक संवैधानिक पद पर बैठ कर कमलनाथ प्रदेश में भ्रम फैला रहे हैं. कमलनाथ ने बिना प्रमाण के एक झूठ बोला कि प्रदेश में एक से 1.5 लाख लोगों की कोरोना से मौत हुई है. कमलनाथ लगातार झूठ पर झूठ बोल रहे हैं. यह चिंता की बात है और निंदा की बात भी. कमलनाथ को इसका प्रमाण देना चाहिए. लाशें गिनवाना चाहिए, मैं जानता हूं कि 1984 के सिख दंगों के बाद इनको लाशें गिनने की आदत हो गई है. कमलनाथ यदि ये लाशें गिनवा रहे हैं, तो उन्हें प्रमाण देना चाहिए कि ये मौतें कोरोना से हुई हैं. मैं प्रदेश के गवर्नर से मांग करता हूं कि कमलनाथ के खिलाफ 188 के तहत मामला दर्ज करना चाहिए. इनके खिलाफ राष्ट्रदोह का मामला दर्ज होना चाहिए. अगर कमलनाथ प्रमाण देते हैं, तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा."

  • पिछले 24 घंटों में प्रदेश में #Corona संक्रमण के 34 नए केस आए हैं, वहीं 37 मरीज ठीक हुए हैं। वर्तमान में प्रदेश में कुल एक्टिव केस 210, संक्रमण दर 0.42% और रिकवरी रेट 98.70% है।#CoronavirusUpdates pic.twitter.com/MQ3gpVe6IM

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) May 6, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इधर आज नरोत्तम मिश्रा ने कोरोना के ताजा आंकड़े जारी किए. हालांकि कमलनाथ बयान और WHO की रिपोर्ट पर उन्होने कुछ भी नहीं कहा. (MP Corona Deaths record) (corona infected dead bodies cremation in MP) (Kamal Nath allegation on shivraj government)

ब्यूरो रिपोर्ट के साथ IANS इनपुट

भोपाल। कोरोना महामारी से हुई मौतों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट को लेकर मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने प्रदेश सरकार पर एक बार फिर निशाना साधते हुए दोहराया है कि बीते साल मार्च-अप्रैल माह में सवा लाख से ज्यादा लोगों के अंतिम संस्कार हुए थे. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट आने के बाद कमल नाथ ने बयान जारी कर कहा, "मैं शुरू से ही कहता रहा हूं कि कोरोना से देश में लाखों लोगों की मौत हुई है, जबकि भाजपा सरकार लोगों की जान बचाने व सच्चाई स्वीकारने की बजाय आंकड़े दबाने- छिपाने में ही लगी रही."

  • अब तो WHO भी कह रहा है कि भारत में कोविड से सबसे ज़्यादा मौतें हुई है और सरकारी आँकड़े से 10 गुना ज़्यादा मौतें हुई है और मौतों का आँकड़ा 47 लाख से भी ज़्यादा है।

    इसी से समझा जा सकता है कि भाजपा सरकार किस प्रकार झूठ परोसती रही , झूठे आँकड़े परोसती रही।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 5, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कांग्रेस नेता का बड़ा बयान: कमलनाथ ने कहा, "मैंने मध्यप्रदेश को लेकर भी कहा था कि यहां भी शिवराज सरकार के कुप्रबंधन के कारण मार्च और अप्रैल के महीने में श्मशान और कब्रिस्तानों में 1,27503 लोगों के अंतिम संस्कार हुये, इसमें से अगर 80 फीसदी भी कोरोना से मौतें हुईं हैं तो वो तादाद एक लाख दो हजार होती है. सरकार ने मुझे झूठा बताकर मेरे खिलाफ शिकायतें दर्ज करवा दी. जबकि हमने लोगों को इलाज, बेड, आक्सीजन ,जीवन रक्षक दवाइयों व इजेक्शन के अभाव में तड़प-तड़प कर दम तोड़ते हुए देखा है."

  • मैंने मध्यप्रदेश को लेकर भी कहा कि यहाँ भी शिवराज सरकार के कुप्रबंधन के कारण मार्च और अप्रैल के महीने में श्मशान और कब्रिस्तानों में 1,27503 लोगों के अंतिम संस्कार हुये , इसमें से अगर 80 फीसदी भी कोरोना से मौतें हुईं हैं तो वो तादाद 1,02000 होती है।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 5, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

WHO की रिपोर्ट आधार: अपनी बात को सच बताते हुए कमल नाथ ने कहा, अब तो WHO भी कह रहा है कि भारत में कोविड से सबसे ज्यादा मौतें हुई है और सरकारी आंकड़े से 10 गुना ज्यादा मौतें हुई है और मौतों का आंकड़ा 47 लाख से भी ज्यादा है. इसी से समझा जा सकता है कि भाजपा सरकार किस प्रकार झूठ परोसती रही, झूठे आंकड़े परोसती रही. कमल नाथ ने सरकार द्वारा घोषित किसी भी योजना का पीड़ितों को लाभ नहीं मिलने का दावा करते हुए कहा कि, अब सच्चाई सामने है। जिन लोगों ने अपनो को खोया है वो भाजपा सरकार को कभी माफ नही करेंगे.

कमलनाथ ने कहा था, श्मशान की लाशें गिन रहा हूं: पिछले साल कमलनाथ ने दावा किया था कि कोरोना से प्रदेश में सवा लाख से ज्यादा मौत हुईं. इसे लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया था कि सबूत मिला तो वो इस्तीफा दे देंगे. कमलनाथ ने भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाते हुए कहा था कि प्रदेश सरकार सिर्फ स्टंट की राजनीति समझती है. वह लोगों की मदद करने की जगह सिर्फ उन्हे गाली देने में ज्यादा समय लगाते हैं.

कमलनाथ ने क्या कहा था? "मैंने जो आंकड़े निकाले हैं उसके अनुसार प्रदेश में मार्च और अप्रैल महीने में 1 लाख 27 हजार 503 मौते हुई, इसका 80 प्रतिशत, मतलब 1 लाख 2 हजार 2 मौते कोरोना के कारण हुई. सरकार ने ये सब आंकड़े दबा दिए हैं. इसलिए कोरोना ने इतना विकराल रुप लिया है. मैं इसमें कोरोना से मौत नहीं गिन रहा. श्मशान में जो लाशें पहुंची हैं उसका आंकड़ा बता रहा हूं. इस आंकड़े के अनुसार लगभग रोजाना 51 हजार लाशें श्मशान पहुंची हैं. इसमें से 80 प्रतिशत मौते कोरोना से हुई हैं. सरकार को श्मशान के आंकड़े देखना चाहिए.

आंकड़ों का प्रमाण दो, इस्तीफा दे दूंगा- नरोत्तम मिश्रा: गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब में कहा था, "एक संवैधानिक पद पर बैठ कर कमलनाथ प्रदेश में भ्रम फैला रहे हैं. कमलनाथ ने बिना प्रमाण के एक झूठ बोला कि प्रदेश में एक से 1.5 लाख लोगों की कोरोना से मौत हुई है. कमलनाथ लगातार झूठ पर झूठ बोल रहे हैं. यह चिंता की बात है और निंदा की बात भी. कमलनाथ को इसका प्रमाण देना चाहिए. लाशें गिनवाना चाहिए, मैं जानता हूं कि 1984 के सिख दंगों के बाद इनको लाशें गिनने की आदत हो गई है. कमलनाथ यदि ये लाशें गिनवा रहे हैं, तो उन्हें प्रमाण देना चाहिए कि ये मौतें कोरोना से हुई हैं. मैं प्रदेश के गवर्नर से मांग करता हूं कि कमलनाथ के खिलाफ 188 के तहत मामला दर्ज करना चाहिए. इनके खिलाफ राष्ट्रदोह का मामला दर्ज होना चाहिए. अगर कमलनाथ प्रमाण देते हैं, तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा."

  • पिछले 24 घंटों में प्रदेश में #Corona संक्रमण के 34 नए केस आए हैं, वहीं 37 मरीज ठीक हुए हैं। वर्तमान में प्रदेश में कुल एक्टिव केस 210, संक्रमण दर 0.42% और रिकवरी रेट 98.70% है।#CoronavirusUpdates pic.twitter.com/MQ3gpVe6IM

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) May 6, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इधर आज नरोत्तम मिश्रा ने कोरोना के ताजा आंकड़े जारी किए. हालांकि कमलनाथ बयान और WHO की रिपोर्ट पर उन्होने कुछ भी नहीं कहा. (MP Corona Deaths record) (corona infected dead bodies cremation in MP) (Kamal Nath allegation on shivraj government)

ब्यूरो रिपोर्ट के साथ IANS इनपुट

Last Updated : May 6, 2022, 12:59 PM IST
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