झाबुआ। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन लेकर बगावती तेवर दिखा रहे भाजपा के जिला महामंत्री सोमसिंह सोलंकी के सुर 6 दिन में ही बदल गए. रविवार को वे पार्टी कार्यालय पर गुजरात सरकार के मंत्री कुबेर डिंडोर, जिलाध्यक्ष प्रवीण सुराना और प्रत्याशी भानू भूरिया के साथ खड़े नजर आए. उन्होंने बयान दिया कि- बी फॉर्म मिलने की उम्मीद में उन्होंने नामांकन पत्र ले लिया था, लेकिन वे भाजपा के साथ हैं. उनसे ये बयान दिलवाकर भाजपा संगठन ने भी एक तरह से संदेश दे दिया है, कि पार्टी एकजुट है.
गौरतलब, है कि गत 23 अक्टूबर को भाजपा जिला महामंत्री सोमसिंह सोलंकी ने अचानक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन लेकर हलचल मचा दी थी. रही सही कसर उनके इस बयान ने पूरी कर दी थी कि इतने साल काम करने के बावजूद भाजपा में उनकी उपेक्षा हुई है. भाजपा के पदाधिकारी इससे चिंता में पड़ गए थे. ऐसे में उन्हें मनाने के लिए कई दौर की बातचीत हुई. आखिरकार रविवार को गुजरात सरकार में कैबिनेट मंत्री कुबेर डिंडोर उन्हें मनाने के लिए झाबुआ पहुंचे. वे अपने साथ जिलाध्यक्ष प्रवीण सुराना, पूर्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक और भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया के साथ उनसे मिलने पहुंचे. आखिरकार सोमसिंह मान गए और शाम करीब 4 बजे सभी पदाधिकारियों के साथ पार्टी कार्यालय पहुंचे.
अपनी वापसी पर क्या बोले सोमसिंह: भाजपा में वापसी के बाद सोमसिंह सोलंकी ने कहा- मैं भारतीय जनता पार्टी के साथ था और रहूंगा. मैंने फॉर्म लिया, लेकिन भरा नहीं है. फार्म लेना कोई गलत बात नहीं है. मैं भी टिकट का दावेदार था, जब तक बी फॉर्म नहीं आए, तब तक सबको आशा रहती है. पूर्व में भाजपा में उपेक्षा को लेकर दिए बयान पर सोमसिंह बोले-जब व्यक्ति फार्म लेता है तो कुछ न कुछ तो बोलता है. हम सब परिवार में साथ बैठे हैं. मैं भाजपा के साथ वर्ष 1992 से काम कर रहा हूं और एक विचारधारा के लिए काम कर रहा हूं. राष्ट्रीय हित के लिए काम कर रहा हूं."
वापसी नहीं, हमारे साथ ही थे सोमसिंह: वहीं इस मामले में बीजेपी जिला अध्यक्ष प्रवीण सुराणा ने कहा कि "सोमसिंह की वापसी नहीं हुई है, वह हमारे साथ ही थे. उन्होंने जरूर नामांकन पत्र ले लिया था. इस उम्मीद में कि मुझे बी-फार्म मिल जाएगा. जैसे ही भानू का बी फार्म आया, इन्होंने वापस आज पार्टी कार्यालय पर आकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवा दी है. सोमसिंह पूरी ताकत से भाजपा को जिताने में लग जाएंगे."