झाबुआ। कांग्रेस के बाद अब भाजपा में भी बगावत के स्वर उठे हैं. सोमवार को भाजपा के जिला महामंत्री सोमसिंह सोलंकी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. उन्होंने नामांकन पत्र लेने के बाद कहा कि मैं लंबे समय से पार्टी की निः स्वार्थ सेवा कर रहा हूं लेकिन मुझे वो सम्मान नहीं मिला, जिसका मैं हकदार हूं. उन्होंने टिकट वितरण पर भी सवाल उठाए हैं. सोलंकी के इस कदम से भाजपा में मानो भूचाल ला दिया. इसके बाद जिलाध्यक्ष प्रवीण सुराना को चेतावनी भरे लफ्जों में कहना पड़ा कि कितना भी बड़ा पदाधिकारी क्यों न हो अगर कोई पार्टी के विरुद्ध प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लड़ता है, तो उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि भाजपा के जिला महामंत्री सोमसिंह सोलंकी दोपहर करीब तीन बजे कलेक्ट्रेट में नामांकन पत्र लेने पहुंचे थे. उनके साथ भाजपा का तो कोई कार्यकर्ता नहीं था, लेकिन पटेलिया समाज के कुछ वरिष्ठ लोग जरूर मौजूद थे.
टिकट घोषित होने के 67 दिन बाद उठाए सवाल: भाजपा के जिला महामंत्री सोमसिंह सोलंकी ने टिकट घोषित होने के पूरे 67 दिन बाद अब प्रत्याशी चयन पर सवाल उठाए. भाजपा की पहली सूची 17 अगस्त को जारी हुई थी और उसमें झाबुआ विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में भानू भूरिया का नाम था. उस वक्त सोलंकी ने कोई टिप्पणी नहीं की थी. पूरे 67 दिन बाद उन्होंने अपनी जुबान खोली और कहा-मैंने इतिहास में पहली बार ये देखा है कि बिना राय शुमारी और पार्टी पदाधिकारियों से पूछे बिना टिकट दे दिया गया. यह संगठन का निर्णय है और वह मान्य है, लेकिन सबको ऐसा लग रहा है कि अब एक विकल्प चाहिए.
कांग्रेस और भाजपा दोनों के उम्मीदवार को जनता देख रही है और दोनों को ही जनता ने नकार दिया है. जनता कोई अच्छा स्वच्छ छवि वाला उम्मीदवार चाह रही है. जो इस विधानसभा का प्रतिनिधित्व करें और यहां की जो मूलभूत समस्याएं है, उन पर भी उनका ध्यान रहे. सभी ने मुझे कहा कि अब आपको मैदान में उतरना पड़ेगा. मैं किसी पर टीका-टिप्पणी नहीं करना चाहता. मुझे चुनाव लड़ना है और कार्यकर्ताओं के दम पर जीतना है. यही मेरा लक्ष्य है.
30 सालों से भाजपा के लिए काम किया: भाजपा के जिला महामंत्री सोम सिंह सोलंकी ने बताया "मैं वर्ष 1992-93 से पार्टी में काम कर रहा हूं. सक्रिय भूमिका में मैंने बहुत लंबे समय तक काम किया है, लेकिन पार्टी ने मुझे वह सम्मान नहीं दिया, जिसका मैं हकदार हूं. मेरी पत्नी जिला पंचायत सदस्य रही. मैं खुद तीन बार मार्केटिंग का अध्यक्ष रहा. मंडी में डायरेक्टर रहा. मैं लगातार पार्टी की निः स्वार्थ सेवा करता रहा.
पटेलिया समाज के 45 हजार से ज्यादा मतदाता: झाबुआ विधानसभा में पटेलिया समाज के 45 हजार से अधिक मतदाता हैं. भाजपा जिला महामंत्री सोमसिंह सोलंकी इसी समाज से ताल्लुक रखते हैं. इन्ही मतदाताओं के दम पर वे निर्दलीय मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.
किसी भी स्तर पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं: बीजेपी के जिला अध्यक्ष प्रवीण सुराणा ने कहा कि झाबुआ कोई कितना भी बड़ा पदाधिकारी क्यों न हो किसी भी स्तर पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जिले की तीनों विधानसभा सीट पर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध यदि कोई भी भाजपा कार्यकर्ता चुनाव लड़ता है, तो उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी.