झाबुआ। लॉकडाउन के चलते पिछले 17 दिनों से कोरेंटाइन केंद्र में रह रहे लोग अब घर जाने की जिद कर रहे हैं, लॉक डाउन के दौरान गुजरात से झाबुआ की सीमा में दाखिल हुए सैकड़ों लोगों को जिले के विभिन्न शहरों में बनाए गए शेल्टर होम में रखा गया है. अधिकांश लोग यहां पर 30 मार्च के बाद से ठहरे हैं, जो अब घर जाने की जिद करने लगे हैं.
गोपालपुरा कोरेंटाइन सेंटर में रुके अन्य जिलों और प्रदेशों के 108 से ज्यादा महिला-पुरुष प्रवासी श्रमिक अब अपने घर जाने की जिद को लेकर हंगामा करने लगे हैं, ये लोग यहां तैनात कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं. समझाइश देने जा रहे अधिकारियों को यहां से भागने और खाना छोड़ने की धमकी भी दे रहे हैं. इन लोगों को उम्मीद थी कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद प्रशासन इन्हें घर भेज देगा.
लॉकडाउन खत्म होने से पहले ही 19 दिन के लॉकडाउन-2 की घोषणा ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. हालांकि, कोरेंटाइन किए गए लोगों में न तो कोरोना के लक्षण दिखते हैं और न ही इनमें से कोई व्यक्ति बीमार है. लिहाजा इन लोगों का कहना है कि इन्हें इनके परिवार के पास जाने देना चाहिए.
कोरोना वायरस के चलते जिला सहित प्रदेश की तमाम सीमाएं इस समय सील कर दी गई हैं, लिहाजा इन लोगों को यहीं पर प्रशासन पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करा रहा है. बावजूद इसके लोग यहां हंगामा कर रहे हैं. मजदूरों की धमकी के बाद प्रशासन ने कोरेंटाइन सेंटर की सुरक्षा बढ़ा दी है.