झाबुआ। मध्यप्रदेश में अधूरी कर्ज माफी न सिर्फ किसानों के लिए बल्कि सरकार के लिए भी जी का जंजाल बनती जा रही है. झाबुआ में किसान ने बैंक का कर्ज नहीं भरा तो बैंक ने बुजुर्ग किसान की वृद्धा पेंशन रोक दी.
मंत्री से मिलने के लिए बुजुर्ग किसान को तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा, जहां बैठने के लिए भी उचित व्यवस्था नहीं है, किसान को दिव्यागों के लिए रखी गई कुर्सी पर बैठना पड़ा. किसान ने खेती के लिए डेढ़ लाख रुपए का कर्ज़ लिया था, लेकिन खेती में लाभ न होने के कारण वो कर्ज नहीं भर पाया. कर्ज नहीं भर पाने पर बैंक ने किसान को मिलने वाली वृद्धा पेंशन भी रोक दी. फतिया किसान ने बताया कि पिछले दो महीनों से बैंक ने उसकी पेंशन नहीं दी है.