ETV Bharat / state

Jhabua News: स्कूल खुलने से पहले ही प्रशासन ने तैयार किया बोर्ड परीक्षा का परिणाम बेहतर बनाने का प्लान - एमपी बोर्ड परीक्षा

झाबुआ कलेक्टर ने बोर्ड परिक्षा परिणाम सुधारने के लिए सत्र के शुरु होने से पहले ही पूरी कार्ययोजना बना ली है. परिणाम क्यों कम आ रहे इसके लिए स्कूलों की सर्वे रिपोर्ट पर कलेक्टर ने कई बिंदुओं पर काम करने के लिए खाका तैयार किया है.

Jhabua News
परीक्षा परिणाम के लिए प्लान
author img

By

Published : Jun 18, 2023, 8:39 PM IST

झाबुआ। स्कूल खुलने से पहले ही इस बार प्रशासन ने 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा का परिणाम सुधारने के लिए प्लान बना लिया है. इसके तहत पिछले 10 सालों के प्रश्न पत्र की बुकलेट बनाकर उसके जरिए बच्चों को परीक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार किया जाएगा. इसके साथ हर महीने टेस्ट लेकर बच्चों की क्षमता भी परखी जाएगी और परिणाम के आधार पर कमजोर विषय के लिए स्कूल खुलने से पहले और बाद में एक्स्ट्रा क्लास लगेगी. दरअसल इस बार झाबुआ जिले में हाई स्कूल का परीक्षा परिणाम 63.20 प्रतिशत रहा था. जबकि हायर सेकंडरी में 60.65 फीसदी विद्यार्थियो ने सफलता हासिल की थी. पिछले साल की तुलना में परिणाम में सुधार हुआ, लेकिन इसके बावजूद कई स्कूल में परीक्षा परिणाम 50 प्रतिशत से कम रहा.

कलेक्टर ने बनाया प्लान: परीक्षा परिणाम कम रहने पर कलेक्टर तन्वी हुड्डा ने इस बार नई पहल करते हुए शिक्षा सत्र शुरू होने के पहले ही बोर्ड परिणाम को बेहतर बनाने का पूरा प्लान बनाने का निर्णय ले लिया. इसके तहत सहायक आयुक्त निशा मेहरा और जिला शिक्षा अधिकारी ओपी बनडे, सभी बीईओ व हाई स्कूल और हायर सेकंडरी के प्राचार्य के साथ सीधे संवाद किया. इसमें पहले उन स्कूलों की समीक्षा की गई, जिनका परीक्षा परिणाम 50 प्रतिशत से कम रहा. इसकी क्या वजह रही, उसे सिलसिलेवार लिखा गया. साथ ही सुधार के लिए क्या किया जा सकता है उसका भी पूरा खाका तैयार किया गया.

परीक्षा परिणाम बिगड़ने की चार वजह

Jhabua News
परीक्षा परिणाम बिगड़ने की चार वजह

Also Read


इस तरह सुधारेंगे परीक्षा परिणाम

  1. सत्र की शुरुआत के पहले सप्ताह में विद्यार्थियों का कॉमन टेस्ट लिया जाएगा. उसके परिणाम के आधार पर विद्यार्थियों को चिन्हित कर अध्यापन की पूरी कार्य योजना बनाई जाएगी.
  2. जिला स्तर पर एक कोर ग्रुप रूप का गठन किया जाएगा. यह कोर ग्रुप हर महीने के कोर्स का निर्धारण कर निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कोर्स पूर्ण करवाएगा. इसके पश्चात हर महीने टेस्ट लेकर परिणामों की समीक्षा की जाएगी.
  3. कमजोर बच्चों को चिन्हित कर उनके लिए विशेष कक्षाओं का संचालन किया जाएगा.
  4. इस बार 15 से 20 सितंबर तक 50 प्रतिशत कोर्स पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की गई है जबकि नवंबर के अंत तक 90 फीसदी कोर्स पूर्ण किया जाएगा. ताकि विद्यार्थियो को वार्षिक परीक्षा की तैयारी में आसानी हो. वे अपनी विषज्ञगत समस्या का शिक्षकों से समझकर समाधान कर सकें.
  5. 12वी कक्षा में विद्यार्थी जिन विषयों में फेल हुए हैं उन विषयों को अगले सत्र में अर्धवार्षिक परीक्षा और उसके बाद प्री बोर्ड परीक्षा में तैयारी के लिए प्रश्न पत्र बनाकर उनका अभ्यास करवाया जाएगा.

शत प्रतिशत परिणाम का लक्ष्य: झाबुआ कलेक्टर तन्वी हुड्डा ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं में हम शत प्रतिशत परिणाम देने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं. इसलिए अभी से ही पूरी कार्ययोजना बना ली गई है. उसी के अनुरूप बच्चों को बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार किया जाएगा. जिससे झाबुआ जिला शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल साबित हो.

झाबुआ। स्कूल खुलने से पहले ही इस बार प्रशासन ने 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा का परिणाम सुधारने के लिए प्लान बना लिया है. इसके तहत पिछले 10 सालों के प्रश्न पत्र की बुकलेट बनाकर उसके जरिए बच्चों को परीक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार किया जाएगा. इसके साथ हर महीने टेस्ट लेकर बच्चों की क्षमता भी परखी जाएगी और परिणाम के आधार पर कमजोर विषय के लिए स्कूल खुलने से पहले और बाद में एक्स्ट्रा क्लास लगेगी. दरअसल इस बार झाबुआ जिले में हाई स्कूल का परीक्षा परिणाम 63.20 प्रतिशत रहा था. जबकि हायर सेकंडरी में 60.65 फीसदी विद्यार्थियो ने सफलता हासिल की थी. पिछले साल की तुलना में परिणाम में सुधार हुआ, लेकिन इसके बावजूद कई स्कूल में परीक्षा परिणाम 50 प्रतिशत से कम रहा.

कलेक्टर ने बनाया प्लान: परीक्षा परिणाम कम रहने पर कलेक्टर तन्वी हुड्डा ने इस बार नई पहल करते हुए शिक्षा सत्र शुरू होने के पहले ही बोर्ड परिणाम को बेहतर बनाने का पूरा प्लान बनाने का निर्णय ले लिया. इसके तहत सहायक आयुक्त निशा मेहरा और जिला शिक्षा अधिकारी ओपी बनडे, सभी बीईओ व हाई स्कूल और हायर सेकंडरी के प्राचार्य के साथ सीधे संवाद किया. इसमें पहले उन स्कूलों की समीक्षा की गई, जिनका परीक्षा परिणाम 50 प्रतिशत से कम रहा. इसकी क्या वजह रही, उसे सिलसिलेवार लिखा गया. साथ ही सुधार के लिए क्या किया जा सकता है उसका भी पूरा खाका तैयार किया गया.

परीक्षा परिणाम बिगड़ने की चार वजह

Jhabua News
परीक्षा परिणाम बिगड़ने की चार वजह

Also Read


इस तरह सुधारेंगे परीक्षा परिणाम

  1. सत्र की शुरुआत के पहले सप्ताह में विद्यार्थियों का कॉमन टेस्ट लिया जाएगा. उसके परिणाम के आधार पर विद्यार्थियों को चिन्हित कर अध्यापन की पूरी कार्य योजना बनाई जाएगी.
  2. जिला स्तर पर एक कोर ग्रुप रूप का गठन किया जाएगा. यह कोर ग्रुप हर महीने के कोर्स का निर्धारण कर निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कोर्स पूर्ण करवाएगा. इसके पश्चात हर महीने टेस्ट लेकर परिणामों की समीक्षा की जाएगी.
  3. कमजोर बच्चों को चिन्हित कर उनके लिए विशेष कक्षाओं का संचालन किया जाएगा.
  4. इस बार 15 से 20 सितंबर तक 50 प्रतिशत कोर्स पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की गई है जबकि नवंबर के अंत तक 90 फीसदी कोर्स पूर्ण किया जाएगा. ताकि विद्यार्थियो को वार्षिक परीक्षा की तैयारी में आसानी हो. वे अपनी विषज्ञगत समस्या का शिक्षकों से समझकर समाधान कर सकें.
  5. 12वी कक्षा में विद्यार्थी जिन विषयों में फेल हुए हैं उन विषयों को अगले सत्र में अर्धवार्षिक परीक्षा और उसके बाद प्री बोर्ड परीक्षा में तैयारी के लिए प्रश्न पत्र बनाकर उनका अभ्यास करवाया जाएगा.

शत प्रतिशत परिणाम का लक्ष्य: झाबुआ कलेक्टर तन्वी हुड्डा ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं में हम शत प्रतिशत परिणाम देने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं. इसलिए अभी से ही पूरी कार्ययोजना बना ली गई है. उसी के अनुरूप बच्चों को बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार किया जाएगा. जिससे झाबुआ जिला शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल साबित हो.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.