झाबुआ। इन दिनों पूरा देश कोरोना वायरस के खिलाफ जंग पूरे जज्बे के साथ लड़ रहा है. इस लड़ाई में जहां कोई फ्रंट लाइन पर तैनात है तो कोई कैमरे के पीछे से युद्ध लड़ रहा है. इन योद्धाओं में एक नाम झाबुआ के डीएफओ एमएल हरित का भी है. जो अपने सेवा भाव से लोगों की इम्यूनिटी बूस्ट करने वाली औषधि को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. हरित ने अपने सरकारी आवास में रोगों से लड़ने के लिए सहायक औषधि पौधों की नर्सरी तैयार की है. इस नर्सरी से वो लोगों को औषधि निशुल्क उपलब्ध कराएंगे.
डीएफओ हरित का कहना है कि ये जड़ी बूटी गिलोय किसी अमृत से कम नहीं है इसके पत्ते औषधि गुणों से भरे हुए हैं, लेकिन ये जंगलों में ही मिलती हैं और लोगों को इसकी पहचान नहीं है. इसलिए इस बेल को लोग ज्यादा से ज्यादा अपने यहां लगाएं इसके लिए मैंने ये नर्सरी तैयार की है ताकि लोगों को निशुल्क दिया जा सके.
हरित बताते हैं कि ये गिलोय की बेल एंटीवायरल, एंटी बैक्टीरिया, एंटी एलर्जी होने के साथ-साथ कई तरह के औषधीय गुणों से भरपूर है. इसके पत्तों का काढ़ा बनाया जा सकता है. जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
डीएफओ अपने कर्मचारियों के साथ बीते दो महीनों से इस बैल की नर्सरी को विकसित करने में लगे हुए थे, अब हरित जंगलों के साथ-साथ निजी तौर पर लोगों को इसके पौधे निशुल्क रूप से उपलब्ध कराएंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका औषधि गुण पहचान सकें और लोग अपनी इम्यूनिटी पावर को बूस्ट कर सकें.