झाबुआ। जिले सहित पूरे देश में कोरोना वायरस के कहर ने शादियों के रंग में भंग डाल दिया है. अक्षय तृतीया से शरू हुए मुहूर्त में न कहीं बैंड बाजा बज रहा है और न ही बाराती नाचते दिखाई दे रहे हैं. कोरोना महामारी के चलते बड़ी संख्या में शादियों के कार्यक्रम निरस्त हो रहे हैं, जो लोग आगे मुहूर्त न होने के चलते शादी कर भी रहे हैं, वे शासन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए दिखाई दे रहे है.
सोमवार को ऐसी ही एक शादी झाबुआ में हुई, जो दिखने में तो सामान्य रही, मगर दूल्हा-दुल्हन के लिए यादगार बन गई. झाबुआ की खुशबू सिसोदिया की शादी जावरा के आशीष भाटी से हुई. जहां कोरोना के चलते बारात में केवल दूल्हा अपनी गाड़ी के चालक के साथ दुल्हन को लेने पहुंचा. दुल्हन के माता-पिता और पंडित ने शादी संपन्न कराई और वर-वधू को उनके सुखी दांपत्य जीवन का आशीर्वाद देकर उन्हें विदा किया.
दुल्हन खुशबू और उनके पिता जगदीश सिसोदिया ने शादी के खर्च में से 11-11 हजार की राशि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराएं. साथ ही 26 हजार की आर्थिक मदद पशु पक्षियों के भोजन के लिए दाने किए. इस दौरान दुल्हन ने लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील भी की.