झाबुआ। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मार्च में किए गए लॉकडाउन से लेकर 30 जून तक जिले में महज 16 कोविड-19 के मामले सामने आए थे, लेकिन एक जुलाई से हुए अनलॉक के बाद 22 दिनों में 80 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं. वहीं तमाम सुरक्षा उपाय और प्रशासनिक दावों के बावजूद कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. जिले में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा शतक लगाने वाला है क्योंकि आने वाले दिनों में रक्षाबंधन सहित कई त्योहार हैं, जिसके चलते बाजारों में बढ़ने वाली भीड़ और लोगों के एक स्थान से दूसरे स्थान पर आने-जाने से संक्रमितों की संख्या बढ़ने के कयास लगाए जा रहे हैं.
झाबुआ शहर का आधा इलाका संक्रमित मरीजों के निकलने से कंटेनमेंट जोन में बदलता जा रहा है. शहर के साथ-साथ ग्राम पारा और राणापुर में भी लगातार संक्रमित बढ़ रहे हैं, जिससे वे जिले के हॉटस्पाट बनते जा रहे हैं. जिले में निजी डॉक्टर, मेडिकल संचालक, कियोस्क एजेंट, खाद-बीज व्यापारी, हार्डवेयर व्यापारी सहित कई लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. इन लोगों के संपर्क में आए लोग भी संक्रमित निकलने लगे हैं. ऐसे में प्रशासन के लिए इन लोगों के संपर्क में आए सभी लोगों को ढूंढ़ पाना मुश्किल होता जा रहा है.
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जिले में अब तक 96 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से 44 ठीक होकर घर भी जा चुके हैं. वहीं तीन मरीजों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है. फिलहाल जिले में 49 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है. झाबुआ में हार्डवेयर व्यापारी की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग गंभीर मरीजों को इंदौर रैफर करने पर भी विचार कर रहा है.