झाबुआ। झाबुआ विधानसभा चुनाव में सियासी पारा गर्माया हुआ है. बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच बयानबाजी का युद्ध छिंड़ा हुआ है. बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय, गोपाल भार्गव और शिवराज सिंह चौहान के बाद अब कांग्रेस की महिला नेत्री शोभा ओझा ने पीएम मोदी पर एक विवादित बयान दिया है.
शोभा ओझा ने तत्कालीन शिवराज सिंह सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 15 सालों में प्रदेश में जो भ्रष्टाचार हुआ है. अब उसकी जांच कमलनाथ सरकार करने जा रही है. बीजेपी नेताओं के लगातार सरकार गिराने की बात करने पर शोभा ओझा ने कहा कि बीजेपी के नेताओं ने गोडसे की मानसिकता का परिचय दिया है. मध्यप्रदेश में जितने भी आतंकी गतिविधि में लोग पकड़े गए हैं उनका संबंध बीजेपी से हैं. लिहाजा बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर दिखाई देता है. उनके नेता इस तरह के विवादित बयान देकर सिर्फ यह मीडिया की सुर्खियां बटोर सकते हैं मगर जनता का दिल नहीं जीत सकते.
कांग्रेस नेत्री ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने दो लाख युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी मगर वह सब की चुनावी झुनझुना बनकर रहा गया. नोटबंदी और गलत जीएसटी प्रणाली लागू होने से देश में आर्थिक संकट गहराने लगा है. जिससे जीडीपी घटती जा रही है. इसका खामियाजा आम लोगों को उठाना पड़ रहा है मगर सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं दिखाई देता.
कांग्रेस ने आम और गरीब मजदूरों के लिए मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण योजना शुरू की थी मगर नरेंद्र मोदी ने इसका मजाक संसद में उड़ाया था. गोपाल भार्गव ने झाबुआ में सरकार गिराने की बात करने के बाद इंदौर में जाकर इसे सिर्फ चुनावी भाषण करार दिया, नेता प्रतिपक्ष द्वारा इस तरह की बात कहना हास्यास्पद लगता है. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया की जीत का दावा भी किया.