झाबुआ। निर्धारित समय से करीब दो घंटे देरी से आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सबसे पहले क्षेत्र के प्रसिद्ध स्वयंभू माता मंदिर पर दर्शन करने पहुंचे. इसके बाद सभास्थल पर आते ही माइक संभाल लिया. उन्होंने कहा कि "शायद मां की कृपा से आज मैं यहां दर्शन करने आया. यहां भव्य स्वयंभू माता लोक का निर्माण होगा. मैं जो कहता हूं, वह मैं करता हूं. मैं स्वयंभू माता से प्रार्थना करता हूं कि मां हम सब पर आशीर्वाद की वर्षा करना और हमारी जनता की जिंदगी में ऐसी समृद्धि आए कि इनके पांव में कांटा भी न चुभ पाएं."
अस्पताल की सौगात देने का जिक्र : मुख्यमंत्री ने कहा "हमने थांदला में 100 बिस्तर का अस्पताल बनाया है. उसे मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में परिवर्तित करके सारे सुविधाएं उपलब्ध करवाएंगे. कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि अलीराजपुर और झाबुआ जिले में कभी नर्मदाजी का पानी आएगा. शिवराज सिंह चौहान आपका सेवक है और मैंने आपको वचन दिया है कि नर्मदाजी का पानी यहां आएगा. सर्वे से लेकर बाकी सारे काम शुरू हो गए हैं. मेरी लाडली बहनों तुम्हीं देवी का स्वरूप हो. याद रखना ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और तुम्हारा भाई है, जिसने लाडली बहना योजना बनाई. मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कांग्रेस आई तो लाडली बहना योजना बंद कर देगी. पहले भी कांग्रेस कई योजनाएं बंद कर चुकी है."
रोड शो कैंसिल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले थांदला में रोड शो करने वाले थे, लेकिन समय की कमी के चलते इसे कैंसल करना पड़ा. हालांकि सीएम ने इसके लिए माफी मांगी और कहा "मुझे पांच मिनट में निकलना पड़ेगा. आज मैं ये वचन देकर जा रहा हूं कि अब थांदला में रोड शो करने फिर से आऊंगा." आयोजन में भाजपा की प्रदेश मंत्री संगीता सोनी, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रवीण सुराना, सांसद गुमान सिंह डामोर, पूर्व जिलाध्यक्ष ओम शर्मा, लक्ष्मण सिंह नायक, वरिष्ठ नेता विश्वास सोनी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
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शिवराज का ये अनोखा अंदाज : सीएम शिवराज अपने अनोखे अंदाज के लिए जाने जाते हैं. ऐसा ही अंदाज फिर देखने को मिला. जनसभा समाप्त होने के बाद निकलते समय मुख्यमंत्री सभास्थल के पास ही रहने वाले ग्रामीण सब्बू भूरिया के घर पहुंच गए. यहां उन्होंने हाथ में मक्का की रोटी पर काचरे की सब्जी ली और खाने लगे. इसके बाद थांदला से रवाना हो गए. सीएम का ये अंदाज लोगों को काफी पसंद आया. लोगों में चर्चा रही कि इतने साल से सीएम रहने के बाद भी शिवराज सिंह कितने सरल हैं.