झाबुआ। मेघनगर को ग्राम पंचायत से नगर परिषद बने पांच साल हो गए, लेकिन ये अभी भी सामुदायिक भवन से संचालित हो रहा है. नगर परिषद भवन बनाने के लिए नगरीय प्रशासन मंत्रालय ने 2015-16 में 80 लाख रुपए की आर्थिक मदद की थी, बावजूद इसके परिषद बीते 5 सालों में भवन का महज 40 फ़ीसदी काम ही पूरा करा पाया. जिससे पहली परिषद के अध्यक्ष और पार्षदों के नए भवन में बैठने का सपना अधूरा ही रहा.
साल 2015 में ग्राम पंचायत से नगर परिषद बनी मेघनगर भवन का निर्माण काम 2017 में शुरू हो गया था, मगर 2019 बीत जाने के बाद भी नगर पालिका 40 फीसदी काम ही पूरा करा पाई है. लंबे समय से नगर परिषद कार्यालय भवन का काम बंद पड़ा है. बता दें कि विभागीय अधिकारियों की लेटलतीफी और तकनीकी दिक्कतों के साथ इस मामले में लगे एक न्यायालयीन प्रकरण के चलते निर्माण कार्य में देरी हो रही है.
इधर परिषद के जिम्मेदार भी मानते हैं कि निर्माण में देरी हुई है, लेकिन आने वाले समय में वे इसे पूरा करने का आश्वासन दे रहे हैं. निर्माण काम बंद होने और कछुआ चाल से किए जाने से 2020 में भी मेघनगर नगर परिषद कार्यालय भवन का काम पूरा नहीं हो पाएगा. जिसके चलते आने वाले परिषद के अध्यक्ष और पार्षदों को भी सामुदायिक भवन में ही बैठकर शहर के विकास की गाथा लिखनी पड़ेगी.