झाबुआ। मकर संक्रांति पर पतंगबाजी में उपयोग होने वाले चाइनीज मांझे को जिला प्रशासन ने प्रतिबंधित कर दिया है. बावजूद इसके शहर में कई जगहों पर ये खुलेआम बिक रहा है. जिसे लेकर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
प्रतिबंध के बावजूद खुलेआम बिक रहा चाइनीज मांझा, बेखबर अधिकारी
चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध लगने के बाद भी झाबुआ में कई दुकानों पर ये खुलेआम बिक रहा है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
देश में मकर संक्रांति का पर्व उत्साह के साथ मनाया जाता है, इस दौरान आसमान में पतंगों के खूब पेज भी लड़ाए जाते हैं. वहीं कई पतंगबाजी में इस्तेमाल होने वाले मांझे से कई बार आसमान में परींदे घायल हो जाते हैं और कई बार ये मांझा पक्षियों की मौत का कारण बन जाता है.
झाबुआ। मकर संक्रांति पर पतंगबाजी में उपयोग होने वाले चाइनीज मांझे को जिला प्रशासन ने प्रतिबंधित कर दिया है. बावजूद इसके शहर में कई जगहों पर ये खुलेआम बिक रहा है. जिसे लेकर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
देश में मकर संक्रांति का पर्व उत्साह के साथ मनाया जाता है, इस दौरान आसमान में पतंगों के खूब पेज भी लड़ाए जाते हैं. वहीं कई पतंगबाजी में इस्तेमाल होने वाले मांझे से कई बार आसमान में परींदे घायल हो जाते हैं और कई बार ये मांझा पक्षियों की मौत का कारण बन जाता है.
Body:झाबुआ सहित आसपास के इलाकों में मकर संक्रांति का पर्व उत्साह के साथ मनाया जाता है, और इस दौरान आसमान में पतंगों के खूब पेज भी लडाये जाते हैं। लोगों में एक-दूसरे की पतंग को काटने का उत्साह भी चरम पर रहता है, लिहाजा लोग मजबूत और तेज धार वाला मांझा इस्तेमाल करते हैं । तेज़ मांझे जिससे से न सिर्फ पक्षी घायल होते हैं वरन कइयों की मौत भी हो जाती है साथ ही साथ कई बार ये मांझा वाहन चालकों के लिए मुसीबत का सबब भी बन जाता है ।
Conclusion:प्रशासन ने चाइना मांझे के विक्रय और उपयोग पर प्रतिबंध लगा रखा है मगर शहर के कई दुकानदार इस तरह के मांझे का खुलेआम विक्रय कर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा न तो दुकानों की जांच की जाती है और ना ही इस तरह के धागे की जब्ती ,जिससे आसमान में उड़ने वाले आजाद परिंदों की जान सुरक्षित रखी जा सके ।