भोपाल/झाबुआ। झाबुआ उप-चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है. युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष भानू भूरिया बीजेपी के उम्मीदवार होंगे. भानू भूरिया युवा हैं और युवा मोर्चा में पदाधिकारी रह चुके हैं, ऐसे में बीजेपी का मानना है कि युवा नेता होने के कारण झाबुआ में विधानसभा चुनाव की जीत उनकी होगी. प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि क्षेत्र की जनता की मांग भी थी, किसी युवा को मैदान में उतारा जाए इसलिए पार्टी के नेताओं से चर्चा कर भानू भूरिया के नाम पर मोहर लगाई गई है.
30 सितंबर, सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में भानू भुरिया अपना नामांकन दर्ज कर करेंगे. झाबुआ उपचुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस विधानसभा क्षेत्र में बड़े नेताओं के दौरे लगातार जारी थे, अब साफ हो गया है कि कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के खिलाफ बीजेपी की तरफ से भानू भूरिया चुनाव लड़ेंगे.
हालांकि, झाबुआ उपचुनाव को लेकर पहले 3 नाम चल रहे थे, जिसमें शांतिलाल भूरिया के अलावा दो अन्य नेताओं के नाम थे लेकिन पार्टी ने युवा चेहरे पर दांव लगाते हुए युवा मोर्चा के पूर्व पदाधिकारी भानू भूरिया को मैदान में उतारा है. गौरतलब है कि झाबुआ के पूर्व विधायक जीएस डामोर के लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद संसद पहुंचे और विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद खाली हुई सीट पर 21 अक्टूबर को उप-चुनाव होगा.
कौन हैं भानू भूरिया ?
भानू भूरिया भारतीय जनता युवा मोर्चा के दो बार से जिलाध्यक्ष रह चुके हैं. भानू राणापुर जनपद क्षेत्र के दोतड़ के मूल निवासी हैं. 2008 के विधानसभा चुनाव में भानू ने पहली बार विधानसभा का चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ा था और अब 11 साल बाद बीजेपी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए उन्हें कांतिलाल भूरिया के सामने मैदान में उतारा है. पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल का नाम टिकट की दौड़ में सबसे आगे चल रहा था, लेकिन अंतिम दौर में इंदौर विधायक रमेश मेंदोला, बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के साथ युवा मोर्चा के अभिलाष पांडे ने भानू भूरिया के नाम को आगे बढ़ाया था.