झाबुआ। मध्यप्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव होना है. जिसे लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है. प्रदेश की 230 विधानसभा सीट में से भाजपा की नजर 47 आदिवासी सीटों पर है. नेताओं का मानना है कि जीत की राह यहीं से तय होगी, क्योंकि इन सीटों के अलावा भी कई सीट पर आदिवासी वोट बैंक की सीधी दखल है. इसलिए शनिवार से पश्चिमी मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचल झाबुआ के थांदला विधानसभा मुख्यालय पर भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा की दो दिवसीय प्रदेश कार्य समिति की बैठक और प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किया गया है. इसमें शामिल होने के लिए खास तौर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा थांदला पहुंचे. (MP Mission 2023) (BJP mission 2023) (Madhya Pradesh Assembly Election 2023) (VD Sharma Visit Jhabua)
अपने ही क्षेत्र में हारे कमलनाथ: वीडी शर्मा ने कहा कि भाजपा को जनजाति क्षेत्रों में ऐतिहासिक विजय मिली है. झाबुआ की पांच की पांच सीट जीतकर हमने इतिहास बनाया था. यहां लगभग 50% से अधिक वोट भारतीय जनता पार्टी को मिला. यह वही जनजाति समाज है, जिसने छिंदवाड़ा से लेकर बैतूल तक और अनूपपुर से लेकर डिंडोरी व उमरिया तक सभी जनजाति समाज के क्षेत्रों में भाजपा को बहुमत दिया है. ये प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की योजनाओं के प्रति जनता का विश्वास है. भाजपा के वर्तमान नेतृत्व की सराहना करते हुए प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा झाबुआ जिले की पांच की पांच नगर पालिका में भाजपा ने जीत का इतिहास बनाया है. बैतूल में हम सारे चुनाव जीते. छिंदवाड़ा में 6 में से 4 में चुनाव जीते, कमलनाथजी अपने ही क्षेत्र में 15 में से 1 वार्ड पार्षद भी नहीं जीता पाए. ये संकेत करता है कि जनजाति समाज में और जनजाति क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी के प्रति जनता का विश्वास बढ़ा है.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा आज मप्र के जनजाति मोर्चा के प्रशिक्षण का वर्ग और कार्य समिति की बैठक यहां संपन्न होने जा रही है. बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण नियमित तौर पर करती है. पार्टी के कार्य को विस्तार देने और हर क्षेत्र में सर्वस्पर्शी व सर्वव्यापी कार्य हो सके, इसमें मोर्चे की अहम भूमिका होती है. हमारे कार्यकर्ताओ ने एक-एक बूथ पर जाकर वहां का अध्ययन किया है. बूथ के कार्यकर्ताओं के साथ जाकर जनता से मिले हैं. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और मुख्यमंत्री की योजनाओं का लाभ गरीबों को मिला है या नहीं इतना काम भी भाजपा के कार्यकर्ताओं ने करने का प्रयास किया है. इसके लिए मैं जनजाति मोर्चा को बधाई देता हूं.
क्यों है भाजपा की आदिवासी क्षेत्र पर निगाह:माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव में सत्ता की चाबी प्रदेश के आदिवासी वर्ग के हाथ में होगी. लिहाजा सरकार का पूरा फोकस ही आदिवासी क्षेत्रों पर है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर और एसपी पर कार्रवाई कर इस बात के स्पष्ट संकेत दिए थे. इसके अलावा सरकार वनवासी लीला के जरिए भी आदिवासी वोटर को साधने की कवायद में लगी है, क्योंकि वनवासी लीला के मुख्य पात्र भी निषादराज और शबरी हैं, जो वनवासी समाज से ताल्लुक रखते हैं. भगवान राम को बेर खिलाने वाली शबरी आदिवासी हैं तो वहीं प्रभु राम को गंगा पार कराने वाले निषादराज भी आदिवासी ही थे. ये दोनों ही वनवासी लीला के अहम किरदार हैं. यानी कहीं न कहीं सरकार की मंशा आदिवासी वोट बैंक को साधने की है. थांदला में हो रही अजजा मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक और प्रशिक्षण वर्ग को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. अजजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कल सिंह भाबर खुद थांदला विधानसभा के निवासी हैं.
झाबुआ की तीन तो आलीराजपुर की एक सीट पर है कांग्रेस का कब्जा:झाबुआ जिले में भाजपा अजजा मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक रखने के पीछे का मकसद ये भी हो सकता है कि यहां की तीनों विधानसभा सीट जो पहले भाजपा के पास थी. वहां अभी कांग्रेस के विधायक है. झाबुआ विधानसभा में हुए उप चुनाव में भाजपा को हार झेलना पड़ी थी. इसी तरह आलीराजपुर जिले की दो में से एक विधानसभा पर कांग्रेस का कब्जा है. पूर्व में इन दोनों जगह ही भाजपा के विधायक थे. जोबट विधानसभा में तो भाजपा ने उप चुनाव में जीत हासिल की थी, नहीं तो यहां भी भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया था. (MP Mission 2023) (BJP mission 2023) (Madhya Pradesh Assembly Election 2023) (VD Sharma Visit Jhabua) (bjp on 47 tribal seats in mp) (working committee meeting of ST in jhabua)