झाबुआ। आशिता आत्महत्या मामले में भले ही मुख्य आरोपी शुभम राठौर की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसके बावजूद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि पुलिस अब तक सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे तीन युवक और दो महिलाओं का पता नहीं लगा पाई है. उनसे पूछताछ में केस से जुडी अहम जानकारी मिल सकती है. वहीं पुलिस का कहना है कि पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही है.
अशिता मामले में सीसीटीवी आया सामने: दरअसल, बीती 28 दिसंबर को चर्च कॉलोनी निवासी युवती आशिता बिलवाल ने अपने ब्वॉय फ्रेंड शुभम राठौर के घर में जाकर फांसी लगा ली थी. इस घटना के बाद से ही हर कोई ये जानना चाहता था कि आखिर उस दिन शुभम के घर में ऐसा क्या हुआ जो उसे आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा. इस घटना के समय घर में कौन-कौन लोग मौजूद थे. इनमें से कुछ का जवाब सीसीटीवी फुटेज में छिपा है. पता चला है कि आशिता की आत्महत्या के समय घर में एक युवक और दो महिलाएं मौजूद थीं. सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि आशिता की आत्महत्या के बाद करीब पौने 10 बजे पहले एक युवक शुभम के घर से बाहर आता है. वह अपने साथ दो अन्य युवकों को लेकर आता है, फिर उन्हें कुछ बोलता है तो दोनों युवक उल्टे पैर लौट जाते हैं. इसके बाद युवक दोबारा शुभम के घर में जाता है और फिर दो महिलाएं घर से निकलती हैं. वे तेजी से एक तरफ चली जाती हैं. इसके बाद युवक कुछ देर तक मोबाइल पर बात करता है और रवाना हो जाता है.
वकील ने लगाई अग्रिम जमानत याचिका: पुलिस ने अब तक यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि आशिता की आत्महत्या के बाद जो लोग शुभम के घर से निकले वो आखिर में कौन थे? आशिता की आत्महत्या मामले में पुलिस ने शुभम के साथ उसके पिता सत्यनारायण, मां इंदुबाला और बहन भूमिका व पूनम को भी आरोपी बनाया है. शुभम को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. शुक्रवार को उसके परिजन की तरफ से उनके वकील ने जिला न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दायर की. हालांकि सरकारी वकील ने इस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है.
मौत से पहले सामाजिक महासंघ के अध्यक्ष से की थी बात: आशिता के मोबाइल कॉल डिटेल में पता चला है कि आशिता ने आत्महत्या से पूर्व रात में 8.47 बजे सामाजिक महासंघ के अध्यक्ष नीरज सिंह राठौर से बात की थी. हालांकि वे पुलिस को अपने बयान में बता चुके हैं कि उनके पास आशिता का कॉल आया था. उसने सिर्फ इतना ही पूछा था कि अंकल जी शुभम कहां है, उन्होंने बताया था कि शुभम कहीं बाहर जाने का कह रहा था. मैं पता करके बताता हूं वह कहां है. नीरज का कहना है कि आशिता की बात से ऐसा नहीं लगा था कि वह आत्महत्या जैसा कदम उठा लेगी.