ETV Bharat / state

झाबुआ के पारा में 7 दिन का लॉकडाउन, गुजरात-राजस्थान सीमा सील करने की मांग - पेटलावद

झाबुआ में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने बुधवार की शाम आपदा प्रबंधन बैठक की, जिसमें कलेक्टर ने कई दिशा-निर्देश दिए.

jhabua administration meeting
आपदा बैठक
author img

By

Published : Jul 16, 2020, 11:39 AM IST

झाबुआ। जिले में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए बुधवार शाम आपदा प्रबंधन की बैठक आयोजित की गई. जिसमें रतलाम-झाबुआ सांसद सहित थांदला, झाबुआ और पेटलावद विधायक भी मौजूद रहे. बैठक में मौजूद सदस्यों ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कई जरूरी सुझाव जिला प्रशासन को दिए. पारा गांव में बढ़ते मरीजों को देखते हुए पेटलावद विधायक वालसिंह मेड़ा ने सात दिनों के लॉकडाउन करने की मांग की, जिसे जिला प्रशासन ने स्वीकार करते हुए इस बावत आदेश भी जारी कर दिया है. अब पारा में सात दिनों तक टोटल लॉकडाउन रहेगा. इस गांव में कोरोना के करीब 12 मरीज मिल चुके हैं.

jhabua administration meeting
अधिकारियों को दिए गए निर्देश

बिना जांच न दिया जाए सीमा से प्रवेश

जिले में कोरोना संक्रमण का प्रवेश गुजरात की सीमा से हुआ है. अब तक जो लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से ज्यादातर लोगों की गुजरात ट्रवेल हिस्ट्री रही है. लिहाजा बैठक में गुजरात और राजस्थान की सीमा से प्रवेश करने वाले लोगों की बिना मेडिकल जांच के प्रवेश न देने की अपील की है. कई सदस्यों ने जिला प्रशासन से गुजरात बॉर्डर सील करने की भी मांग की है. अब गुजरात से आने वालों को फिट होने का प्रमाण पत्र देना होगा और झाबुआ आने पर उन्हें 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन भी रहना पड़ेगा.

व्यापारियों ने किया बंद का विरोध

झाबुआ शहर में बढ़ते संक्रमण और ज्यादा भीड़ को देखते हुए लॉकडाउन के समय में बढ़ोतरी की मांग की है, आगामी दिनों में रक्षाबंधन का पर्व होने के चलते व्यापारी वर्ग ने इसका पुरजोर विरोध किया. व्यापारियों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते पहले ही तीन महीनों से व्यापार ठप पड़ा है. त्योहार के दौरान बंद होने से उन्हें आर्थिक नुकसान होगा. इस दौरान व्यापारियों ने सुरक्षा मापदंडों का पूरा पालन करने का आश्वासन जिला प्रशासन को दिया है.

ये भी पढ़ें- स्क्रैप डीलरों पर कोरोना का कहर, कंगाली की कगार पर भंगारी

बैठक में कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष निर्मल मेहता ने सरकारी अस्पतालों में चलने वाले फीवर क्लीनिक की अव्यवस्थाओं पर सवाल उठाए. जिसके जवाब में बैठक में शामिल सिविल सर्जन ने आश्वस्त किया कि व्यवस्था में सुधार किया जाएगा. कलेक्टर ने जिले में बिना मास्क के घूमने वालों पर कार्रवाई के लिए प्रशासनिक अधिकारियों-नगरीय निकायों के साथ पंचायतों को भी निर्देश दिया है. इस दौरान राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर मामला दर्ज करने के भी निर्देश दिए गए हैं.

जिले में अब तक कुल 60 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जिनमें से 22 ठीक हो चुके हैं. फिलहाल जिले में 36 कोरोना के एक्टिव मरीज हैं, जिनका इलाज जारी है. वहीं दो लोगों कोरोना से मौत हो चुकी है.

झाबुआ। जिले में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए बुधवार शाम आपदा प्रबंधन की बैठक आयोजित की गई. जिसमें रतलाम-झाबुआ सांसद सहित थांदला, झाबुआ और पेटलावद विधायक भी मौजूद रहे. बैठक में मौजूद सदस्यों ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कई जरूरी सुझाव जिला प्रशासन को दिए. पारा गांव में बढ़ते मरीजों को देखते हुए पेटलावद विधायक वालसिंह मेड़ा ने सात दिनों के लॉकडाउन करने की मांग की, जिसे जिला प्रशासन ने स्वीकार करते हुए इस बावत आदेश भी जारी कर दिया है. अब पारा में सात दिनों तक टोटल लॉकडाउन रहेगा. इस गांव में कोरोना के करीब 12 मरीज मिल चुके हैं.

jhabua administration meeting
अधिकारियों को दिए गए निर्देश

बिना जांच न दिया जाए सीमा से प्रवेश

जिले में कोरोना संक्रमण का प्रवेश गुजरात की सीमा से हुआ है. अब तक जो लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से ज्यादातर लोगों की गुजरात ट्रवेल हिस्ट्री रही है. लिहाजा बैठक में गुजरात और राजस्थान की सीमा से प्रवेश करने वाले लोगों की बिना मेडिकल जांच के प्रवेश न देने की अपील की है. कई सदस्यों ने जिला प्रशासन से गुजरात बॉर्डर सील करने की भी मांग की है. अब गुजरात से आने वालों को फिट होने का प्रमाण पत्र देना होगा और झाबुआ आने पर उन्हें 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन भी रहना पड़ेगा.

व्यापारियों ने किया बंद का विरोध

झाबुआ शहर में बढ़ते संक्रमण और ज्यादा भीड़ को देखते हुए लॉकडाउन के समय में बढ़ोतरी की मांग की है, आगामी दिनों में रक्षाबंधन का पर्व होने के चलते व्यापारी वर्ग ने इसका पुरजोर विरोध किया. व्यापारियों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते पहले ही तीन महीनों से व्यापार ठप पड़ा है. त्योहार के दौरान बंद होने से उन्हें आर्थिक नुकसान होगा. इस दौरान व्यापारियों ने सुरक्षा मापदंडों का पूरा पालन करने का आश्वासन जिला प्रशासन को दिया है.

ये भी पढ़ें- स्क्रैप डीलरों पर कोरोना का कहर, कंगाली की कगार पर भंगारी

बैठक में कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष निर्मल मेहता ने सरकारी अस्पतालों में चलने वाले फीवर क्लीनिक की अव्यवस्थाओं पर सवाल उठाए. जिसके जवाब में बैठक में शामिल सिविल सर्जन ने आश्वस्त किया कि व्यवस्था में सुधार किया जाएगा. कलेक्टर ने जिले में बिना मास्क के घूमने वालों पर कार्रवाई के लिए प्रशासनिक अधिकारियों-नगरीय निकायों के साथ पंचायतों को भी निर्देश दिया है. इस दौरान राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर मामला दर्ज करने के भी निर्देश दिए गए हैं.

जिले में अब तक कुल 60 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जिनमें से 22 ठीक हो चुके हैं. फिलहाल जिले में 36 कोरोना के एक्टिव मरीज हैं, जिनका इलाज जारी है. वहीं दो लोगों कोरोना से मौत हो चुकी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.