ETV Bharat / state

जबलपुर में White fungus का पहला Case, मेडिकल कॉलेज में मिला एक मरीज

मध्य प्रदेश के जबलपुर में व्हाइट फंगल ने दस्तक दे दी है. वाइट फंगस का एक मरीज मेडिकल कॉलेज में 55 साल के पुरुष के शरीर में पाया गया है.

concept image
डिजाइन फोटो
author img

By

Published : May 22, 2021, 9:24 AM IST

जबलपुर। गुजरात के अहमदाबाद में व्हाइट फंगल (White fungus) इंफेक्शन का मामला सामने आने के बाद अब मध्य प्रदेश के जबलपुर में व्हाइट फंगल (White fungus) ने दस्तक दे दी है. वाइट फंगस का एक मरीज मेडिकल कॉलेज (Medical college) में 55 साल के पुरुष के शरीर में पाया गया है. वाइट फंगस पर डॉक्टरों का कहना है कि यह एक पुरानी बीमारी है इससे डरने की जरूरत नहीं है.

जबलपुर मेडिकल कॉलेज में वाइट फंगस

जबलपुर मेडिकल कॉलेज में एक 55 वर्षीय पुरुष का ऑपरेशन किया गया था. जिन्हें एक इंफेक्शन की शिकायत हुई, जब जांच की गई तो पता चला कि यह वाइट फंगस (White fungus) है. मेडिकल कॉलेज की ईएनटी विभाग की प्रमुख डॉ. कविता सचदेवा का कहना है कि साल भर में ऐसे कुछ मामले आते हैं. हालांकि यह फंगस, ब्लैक फंगस जैसा खतरनाक नहीं होता है और इसे सामान्य दवाएं देकर खत्म किया जा सकता है.

गुजरात में अब व्हाइट फंगस की दस्तक, अहमदाबाद में मिले तीन मरीज

वाइट फंगस नहीं है डरने की जरुरत- डॉक्टर

वाइट फंगस (White fungus) नाक में ही होता है और इससे सिर दर्द भारीपन और नाक में दर्द के मामले सामने आते हैं. लेकिन यह बहुत खतरनाक नहीं हैं इसलिए इससे बहुत डरने की जरूरत नहीं है और इसकी दवाएं बाजार में मौजूद हैं.

ब्लैक फंगस

जबकि ब्लैक फंगस (Black fungus) एक खतरनाक बीमारी है. क्योंकि यह खून के जरिए शरीर में फैल जाता है और इससे संक्रमित अंगों को नष्ट कर देता है जिन्हें ऑपरेशन से अलग करना पड़ता है. वहीं इसका इलाज भी काफी महंगा है. जबलपुर मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के लिए अलग से एक वार्ड बनाया गया है. शहर में अभी ब्लैक फंगस के 76 मरीज भर्ती हैं. मेडिकल कॉलेज में तो मरीजों को इसका जरूरी इंजेक्शन मिल पा रहा है. निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को इसका इंजेक्शन भी नहीं मिल पा रहा है.

जबलपुर। गुजरात के अहमदाबाद में व्हाइट फंगल (White fungus) इंफेक्शन का मामला सामने आने के बाद अब मध्य प्रदेश के जबलपुर में व्हाइट फंगल (White fungus) ने दस्तक दे दी है. वाइट फंगस का एक मरीज मेडिकल कॉलेज (Medical college) में 55 साल के पुरुष के शरीर में पाया गया है. वाइट फंगस पर डॉक्टरों का कहना है कि यह एक पुरानी बीमारी है इससे डरने की जरूरत नहीं है.

जबलपुर मेडिकल कॉलेज में वाइट फंगस

जबलपुर मेडिकल कॉलेज में एक 55 वर्षीय पुरुष का ऑपरेशन किया गया था. जिन्हें एक इंफेक्शन की शिकायत हुई, जब जांच की गई तो पता चला कि यह वाइट फंगस (White fungus) है. मेडिकल कॉलेज की ईएनटी विभाग की प्रमुख डॉ. कविता सचदेवा का कहना है कि साल भर में ऐसे कुछ मामले आते हैं. हालांकि यह फंगस, ब्लैक फंगस जैसा खतरनाक नहीं होता है और इसे सामान्य दवाएं देकर खत्म किया जा सकता है.

गुजरात में अब व्हाइट फंगस की दस्तक, अहमदाबाद में मिले तीन मरीज

वाइट फंगस नहीं है डरने की जरुरत- डॉक्टर

वाइट फंगस (White fungus) नाक में ही होता है और इससे सिर दर्द भारीपन और नाक में दर्द के मामले सामने आते हैं. लेकिन यह बहुत खतरनाक नहीं हैं इसलिए इससे बहुत डरने की जरूरत नहीं है और इसकी दवाएं बाजार में मौजूद हैं.

ब्लैक फंगस

जबकि ब्लैक फंगस (Black fungus) एक खतरनाक बीमारी है. क्योंकि यह खून के जरिए शरीर में फैल जाता है और इससे संक्रमित अंगों को नष्ट कर देता है जिन्हें ऑपरेशन से अलग करना पड़ता है. वहीं इसका इलाज भी काफी महंगा है. जबलपुर मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के लिए अलग से एक वार्ड बनाया गया है. शहर में अभी ब्लैक फंगस के 76 मरीज भर्ती हैं. मेडिकल कॉलेज में तो मरीजों को इसका जरूरी इंजेक्शन मिल पा रहा है. निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को इसका इंजेक्शन भी नहीं मिल पा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.