जबलपुर। EOW ऑफिस में 2 पटवारियों को बंधक बनाने का मामला सामने आया है. हालांकि कलेक्टर की दखल के बाद दोनों पटवारियों को तुरंत ही आजाद भी कर दिया गया था. EOW की इस कार्रवाई को लेकर पटवारी संघ में काफी आक्रोश व्याप्त है.
EOW में पदस्थ एक वरिष्ठ अधिकारी की जमीन का नामांतरण केस अधारताल तहसीलदार के पास था. जो कि बाद में एसडीएम कोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया. इसी केस के मामले में मनमाने तरीके से अपडेशन करने के लिए पटवारियों पर दबाव बनाया जा रहा था.
ईओडब्ल्यू के एक इंस्पेक्टर 2 पटवारियों को अपने ऑफिस साथ में लेकर आए और करीब आधे घंटे तक उन्हें एक कमरे में बंधक बनाकर रखा गया. पटवारी आजाद पटेल और इंद्र कुमार ने आरोप लगाया है कि EOW के एक वरिष्ठ अधिकारी की जमीन नामांतरण संबंधित दस्तावेजों को मनमाने तरीके से अपडेट कराने के लिए निरीक्षक एसएस धामी जबरन ईओडब्ल्यू कार्यालय लेकर आए और उन पर नामांतरण करने का दबाव भी बनाया.
पटवारियों ने आरोप यह भी लगाया है कि बंधक बनाने के दौरान EOW निरीक्षक ने उनके मोबाइल भी बंद करवा दिए. इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी जैसे ही कलेक्टर भरत यादव को लगी तो उन्होंने एसपी को फटकार लगाई साथ ही निर्देश दिए कि भविष्य में यह गलती दोबारा ना हो. कलेक्टर की मानें तो एसपी EOW नीरज सोनी को बुलाकर समझाया गया है कि राजस्व विभाग के नियमों के अनुसार ही दस्तावेजों को अपडेट करवाया जाए, जिस पर नीरज सोनी ने अपनी गलती भी मान ली है.