जबलपुर। ऑपरेशन लोटस के नाकाम होते ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने इसमें शामिल भाजपा नेताओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. बुधवार की दोपहर से ही प्रशासन की टीमें हरकत में आईं और सिहोरा के अगरिया और दुबियारा में संचालित भाजपा विधायक संजय पाठक की खदानों पर दबिश दी और खदानों को सील कर दिया.
संजय पाठक की निर्मला मिनरल्स के नाम से जबलपुर के सिहोरा क्षेत्र में अगरिया और दुबियारा में आयरन की दो खदानें हैं. सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का हवाला देते हुए प्रशासन ने बीजेपी विधायक संजय पाठक के परिवार के नाम पर चल रहे निर्मला मिनरल्स की नपाई की और उन्हें सील कर दिया.
ये खदानें सिहोरा तहसील के ग्राम अगरिया में निर्मला मिनरल्स को आंवटित की गई थीं. सुप्रीम कोर्ट ने इन खदानों में खनन पर रोक लगा दी थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद महाधिवक्ता से अभिमत लेकर प्रशासन ने पट्टेदार को यह प्रमाणित करने के लिए वक्त दिया था कि उक्त भूमि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से प्रभावित नहीं होती.
मध्यप्रदेश में बदला पॉलिटिक्स शुरू!
करीब 6 माह का वक्त बीतने के बावजूद भी जब विधायक और उनके परिवार ने निर्देशों का पालन नहीं किया तो सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देकर जिला प्रशासन ने बुधवार को विधायक संजय पाठक की खदानों को सील कर दिया. संजय पाठक 'ऑपरेशन लोटस' के मुख्य किरदार माने जा रहे हैं. चर्चा ये भी है कि मध्यप्रदेश में बीजेपी को 'ऑपरेशन लोटस' फेल होने के बाद सरकार की तरफ से बदला पॉलिटिक्स शुरू हो गई है.