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CAA पर जनसमर्थन सभा का आयोजन, पाकिस्तान से आए पीड़ित शरणार्थियों का किया गया सम्मान

जबलपुर के गैरिसन ग्राउंड में CAA के पक्ष में जनसमर्थन सभा का आयोजन किया गया. जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में पाकिस्तान के सिंध प्रांत आए पीड़ित शरणार्थियों का सम्मान किया गया.

The suffering refugees were honored
पीड़ित शरणार्थियों का किया गया सम्मान
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Published : Jan 13, 2020, 10:03 AM IST

Updated : Jan 13, 2020, 10:37 AM IST

जबलपुर। पूरे देश में CAA का विरोध किया जा रहा है. वहीं संस्कारधानी जबलपुर के गैरिसन ग्राउंड में CAA पर जनसमर्थन सभा का आयोजन किया गया. जहां सभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे. जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री के मौजूदगी में पाकिस्तान के सिंध प्रांत आए कई सालों तक शोषित-पीड़ित शरणार्थियों का सम्मान किया गया.

पीड़ित शरणार्थियों का किया गया सम्मान
लंबे समय से भारत की नागरिकता हासिल करने की कोशिश में जुटे पाकिस्तान से आए शरणार्थियों का मंच पर सम्मान किया गया, जिसके बाद सभी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया है. गैरिसन ग्राउंड में आयोजित जन समर्थन सभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करमचंद, श्रीचंद गोपाल दास, अजीत कुमार और राजकुमार नाम के पांच शरणार्थियों को शॉल देकर सम्मानित किया. वहीं इन पांचों शरणार्थियों ने कहा कि पाकिस्तान में हर रोज अपने परिवार के साथ जो पीड़ा, जो दर्द उन्होंने सहा, उसे सुनकर हर किसी की रूह कांप जाएगी. जिसके बाद उन्हें अपना जमा हुआ कारोबार छोड़कर भारत की शरण लेना पड़ा.

नागरिकता संशोधन कानून का नियम है कि पाकिस्तान से आए हुए हिंदू, पारसी, ईसाई, सिख, जैन, सिंधी समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता मिलेगी. पाकिस्तान के सिंध प्रांत से आए यह सभी लोग अब लंबे समय से मध्यप्रदेश के बालाघाट में रह रहे हैं. सभी शरणार्थियों का कहना है कि वह लंबे समय तक थाने और जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के चक्कर काटते रहे, लेकिन उन्हें भारत की नागरिकता हासिल नहीं हो सकी. उन्होंने कहा कि इस कानून के आने बाद अब वह ऑनलाइन नागरिकता के लिए अप्लाई कर सकेंगे और भारत की नागरिकता पा सकेंगे.

जबलपुर। पूरे देश में CAA का विरोध किया जा रहा है. वहीं संस्कारधानी जबलपुर के गैरिसन ग्राउंड में CAA पर जनसमर्थन सभा का आयोजन किया गया. जहां सभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे. जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री के मौजूदगी में पाकिस्तान के सिंध प्रांत आए कई सालों तक शोषित-पीड़ित शरणार्थियों का सम्मान किया गया.

पीड़ित शरणार्थियों का किया गया सम्मान
लंबे समय से भारत की नागरिकता हासिल करने की कोशिश में जुटे पाकिस्तान से आए शरणार्थियों का मंच पर सम्मान किया गया, जिसके बाद सभी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया है. गैरिसन ग्राउंड में आयोजित जन समर्थन सभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करमचंद, श्रीचंद गोपाल दास, अजीत कुमार और राजकुमार नाम के पांच शरणार्थियों को शॉल देकर सम्मानित किया. वहीं इन पांचों शरणार्थियों ने कहा कि पाकिस्तान में हर रोज अपने परिवार के साथ जो पीड़ा, जो दर्द उन्होंने सहा, उसे सुनकर हर किसी की रूह कांप जाएगी. जिसके बाद उन्हें अपना जमा हुआ कारोबार छोड़कर भारत की शरण लेना पड़ा.

नागरिकता संशोधन कानून का नियम है कि पाकिस्तान से आए हुए हिंदू, पारसी, ईसाई, सिख, जैन, सिंधी समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता मिलेगी. पाकिस्तान के सिंध प्रांत से आए यह सभी लोग अब लंबे समय से मध्यप्रदेश के बालाघाट में रह रहे हैं. सभी शरणार्थियों का कहना है कि वह लंबे समय तक थाने और जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के चक्कर काटते रहे, लेकिन उन्हें भारत की नागरिकता हासिल नहीं हो सकी. उन्होंने कहा कि इस कानून के आने बाद अब वह ऑनलाइन नागरिकता के लिए अप्लाई कर सकेंगे और भारत की नागरिकता पा सकेंगे.

Intro: जहां देश भर के अंदर नागरिकता संशोधन कानून का विरोध देखने को मिल रहा है तो वहीं संस्कारधानी जबलपुर में आयोजित नागरिकता संशोधन कानून जनसमर्थन सभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में पाकिस्तान के सिंध प्रांत से कई सालों तक शोषित पीड़ित शरणार्थियों का सम्मान किया गयाBody:लंबे समय से देश की नागरिकता हासिल करने के प्रयास में जुटे इन पीड़ित शरणार्थियों ने इतने बड़े मंच पर खुद के हुए सम्मान को लेकर गृह मंत्री अमित शाह और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कहा है। गैरिसन ग्राउंड में आयोजित जन समर्थन सभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करमचंद ,श्रीचंद गोपाल दास, अजीत कुमार और राजकुमार नाम के 5 शरणार्थियों को सोल उड़ा कर सम्मानित किया। वहीं इन पांचों शरणार्थियों ने पाकिस्तान में हर रोज अपने परिवार के साथ जो पीड़ा जो दर्द सहा उसे सुनकर हर किसी की रूह कांप जाएगी। इतना ही नहीं उन्हें अपना जमा हुआ कारोबार छोड़ भारत की शरण लेनी पड़ी। यह सभी सिंधी समाज के हैं और जैसा की नागरिकता संशोधन कानून में नियम है कि पाकिस्तान से आए हुए पारसी ईसाई सिख सिंधी समुदाय के लोगों को भारत नियम अनुसार भारत की नागरिकता देगा। पाकिस्तान के सिंध प्रांत से आए यह सभी लोग अब लंबे समय से मध्यप्रदेश के बालाघाट में रह रहे हैं।

बाइट - करम चंद, शरणार्थी
बाइट - श्री चंद, शरणार्थी
बाइट - राजकुमार, शरणार्थी
बाइट - गोपालदास, शरणार्थीConclusion:इन सभी का कहना है कि वह लंबे समय तक थाने एवं जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के चक्कर काटते रहे लेकिन उन्हें भारत की नागरिकता हासिल नहीं हो सकी लेकिन इस कानून के बाद अब वह ऑनलाइन नागरिकता के लिए अप्लाई कर सकेंगे और भारत के नागरिक हो जाएंगे।
Last Updated : Jan 13, 2020, 10:37 AM IST
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