जबलपुर। मदन महल किले में आज रविवार को केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने स्वच्छता अभियान चलाया. इस मौके पर उन्होंने अपने साथियों के साथ किले के आसपास साफ सफाई की. प्रहलाद पटेल ने कहा कि ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि देश में स्वच्छता सभी के व्यवहार में आ जाए इसलिए वे इस अभियान को अंजाम दे रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि ''रानी दुर्गावती के जन्म दिवस के 499 साल पूरे होने पर जबलपुर में एक बड़ा आयोजन हो रहा है, इसलिए उसके पहले मदन महल के किले के आसपास साफ सफाई करना रानी दुर्गावती को सच्ची श्रद्धांजलि है.''
1 घंटे तक चला सफाई अभियान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की है कि सभी लोगों को 1 अक्टूबर को कम से कम 1 घंटे के लिए सामूहिक रूप से सार्वजनिक स्थानों की साफ सफाई करनी चाहिए. इसी अपील को मानते हुए केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने जबलपुर के मदन महल पहाड़ पर 1 घंटे तक सफाई का अभियान चलाया. इसमें कई बच्चे युवा और बुजुर्ग लोग शामिल हुए.
किले के आसपास बड़ा मात्रा में कचरा इकट्ठा: यूं तो मदन महल का किला आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया के कब्जे में है, लेकिन आसपास सुरक्षा के इंतजाम न होने की वजह से यह नशेड़ियों के लिए एक सुरक्षित स्थान है और शराब पीने वाले लोग यहां न केवल नशा करते हैं बल्कि शराब पीने के बाद बोतल प्लास्टिक और गंदगी यही छोड़ कर चले जाते हैं. इसकी वजह से किले के आसपास बड़ी तादाद में प्लास्टिक का कचरा इकट्ठा हो गया है. प्रहलाद पटेल और उनके साथियों ने इसी कचरे को इकट्ठा किया एक घंटे के प्रयास में लगभग 100 लोगों ने 5 बड़े प्लास्टिक के बैग भर के कचरा इकट्ठा किया.
श्रमदान की दिलाई शपथ: इस मौके पर प्रहलाद पटेल ने यहां मौजूद लोगों को शपथ भी दिलवाई, जिसमें लोगों ने यह शपथ ली कि वह साल में काम से कम 100 घंटे के लिए सार्वजनिक स्थानों पर श्रमदान करके साफ सफाई रखेंगे. प्रहलाद पटेल बीते कुछ सालों से जबलपुर में लगातार इस कार्यक्रम को कर रहे हैं. पिछली बार उन्होंने नर्मदा तट पर साफ सफाई का अभियान चलाया था.
राकेश सिंह ने बनाई दूरी: इस बार इस आयोजन को राजनीतिक चश्मे से देखा जा रहा है क्योंकि जबलपुर में जिस इलाके में प्रहलाद पटेल ने साफ सफाई का अभियान चलाया. वह जबलपुर की पश्चिम विधानसभा का हिस्सा है और सभी को उम्मीद थी कि इसमें पश्चिम विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राकेश सिंह भी पहुंचेंगे. लेकिन राकेश सिंह मदन महल में साफ सफाई करने की बजाय मेडिकल के पास अपना कार्यक्रम किया. इससे भारतीय जनता पार्टी के इन दो बड़े नेताओं के बीच में चल रही अनबन को स्पष्ट देखा जा सकता है. दोनों ही चुनाव के बाद मध्य प्रदेश विधानसभा में अपने वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहे हैं.