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मासूम बच्चे का अपहरण और हत्या मामले में SIT करेगी जांच, टीम गठित

जबलपुर शहर में मासूम बच्चे का अपहरण कर हत्या के मामले में एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा एसआईटी टीम गठित की गई.

SIT team formed in child murdered case
मासूम बच्चे के हत्या के मामले में एसआईटी टीम गठित
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Published : Oct 22, 2020, 4:13 PM IST

Updated : Oct 22, 2020, 5:49 PM IST

जबलपुर। संजीवनी नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक कारोबारी के बच्चे का अपहरण कर हत्या करने के मामले की जांच अब एसआईटी करेगी, इसको लेकर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा गठित की गई एसआईटी टीम में एएसपी साउथ और क्राइम ब्रांच के अधिकारी होंगे. इसके साथ ही थाना प्रभारी एसपीएस बघेल भी इस पूरे मामले की एक अलग से जांच रिपोर्ट तैयार करेंगे.

पढ़े: विपरीत दिशा से आ रहे ट्रैक्टर ने स्कूटी को मारी टक्कर, एक बच्चे की मौत, 1 घायल

जबलपुर में 13 साल के मासूम बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या करने का मामला अब लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. इस दौरान पुलिस पर कई तरह के गंभीर आरोप लग रहे हैं. यही वजह है कि एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने एसआईटी टीम गठित की है. यह टीम बारीकी से हर उस पहलू की जांच करेगी, जिसमें पुलिस पर बच्चे की मौत को लेकर लापरवाही और चूक जैसे गंभीर आरोप लग रहे हैं. एएसपी का कहना है कि एसआईटी को निर्देश दिए गए हैं कि पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच कर रिपोर्ट बनाए. इसके अलावा जल्द से जल्द अपराधियों की पहचान की जाए.

पढ़े: फिरौती लेने के बाद मासूम की हत्या, पुलिस हिरासत में आरोपी की मौत, बातचीत का ऑडियो वायरल


ये है पूरा घटनाक्रम

शहर के धनवंतरी नगर से करीब 10 दिनों पहले एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया था. बच्चे की उम्र 13 साल थी. अपहरण के बाद अपहरणकर्ताओं ने बच्चे के परिवार से दो करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की थी. जिसके बाद अपहरणकर्ताओं को 8 लाख रुपये की राशि दी गई थी. बच्चे के पिता मुकेश लांबा खनन कारोबारी हैं. बच्चे की किडनेपिंग के तीन दिन बाद पनागर के पास एक नहर किनारे 13 साल के एक बच्चे की लाश मिली. जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने परिवार को बच्चे की पहचान लिए बुलाया, जिसके बाद बच्चे की शिनाख्त कारोबारी के लापता बेटे के रूप में की गई. इस घटना के बाद से पूरे इलाके में कड़ी नाकाबंदी कर दी गई थी और किसी को भी पास में आने-जाने नहीं दिया जा रहा था.

पुलिस पर क्यों उठ रहे सवाल

कारोबारी के बेटे का अपहरण और उसके बाद हत्या के मामले में जबलपुर आरोपियों को पकड़ने में फेल रही, अपहरण के बाद पुलिस आरोपियों को पकड़ लेती तो शायद मासूम की हत्या नहीं होती, यह जबलपुर पुलिस की बड़ी नाकामी मानी जा रही है, क्योंकि अपहरणकर्ताओं के मोबाइल लोकेशन पुलिस को मिल गई थी, उसके बाद भी यह बच्चे को नहीं बचा जा सका, इसलिए इस मामले की आगामी कार्रवाई के लिए एसपी ने एसआईटी का गठन किया है.

जबलपुर। संजीवनी नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक कारोबारी के बच्चे का अपहरण कर हत्या करने के मामले की जांच अब एसआईटी करेगी, इसको लेकर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा गठित की गई एसआईटी टीम में एएसपी साउथ और क्राइम ब्रांच के अधिकारी होंगे. इसके साथ ही थाना प्रभारी एसपीएस बघेल भी इस पूरे मामले की एक अलग से जांच रिपोर्ट तैयार करेंगे.

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जबलपुर में 13 साल के मासूम बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या करने का मामला अब लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. इस दौरान पुलिस पर कई तरह के गंभीर आरोप लग रहे हैं. यही वजह है कि एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने एसआईटी टीम गठित की है. यह टीम बारीकी से हर उस पहलू की जांच करेगी, जिसमें पुलिस पर बच्चे की मौत को लेकर लापरवाही और चूक जैसे गंभीर आरोप लग रहे हैं. एएसपी का कहना है कि एसआईटी को निर्देश दिए गए हैं कि पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच कर रिपोर्ट बनाए. इसके अलावा जल्द से जल्द अपराधियों की पहचान की जाए.

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ये है पूरा घटनाक्रम

शहर के धनवंतरी नगर से करीब 10 दिनों पहले एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया था. बच्चे की उम्र 13 साल थी. अपहरण के बाद अपहरणकर्ताओं ने बच्चे के परिवार से दो करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की थी. जिसके बाद अपहरणकर्ताओं को 8 लाख रुपये की राशि दी गई थी. बच्चे के पिता मुकेश लांबा खनन कारोबारी हैं. बच्चे की किडनेपिंग के तीन दिन बाद पनागर के पास एक नहर किनारे 13 साल के एक बच्चे की लाश मिली. जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने परिवार को बच्चे की पहचान लिए बुलाया, जिसके बाद बच्चे की शिनाख्त कारोबारी के लापता बेटे के रूप में की गई. इस घटना के बाद से पूरे इलाके में कड़ी नाकाबंदी कर दी गई थी और किसी को भी पास में आने-जाने नहीं दिया जा रहा था.

पुलिस पर क्यों उठ रहे सवाल

कारोबारी के बेटे का अपहरण और उसके बाद हत्या के मामले में जबलपुर आरोपियों को पकड़ने में फेल रही, अपहरण के बाद पुलिस आरोपियों को पकड़ लेती तो शायद मासूम की हत्या नहीं होती, यह जबलपुर पुलिस की बड़ी नाकामी मानी जा रही है, क्योंकि अपहरणकर्ताओं के मोबाइल लोकेशन पुलिस को मिल गई थी, उसके बाद भी यह बच्चे को नहीं बचा जा सका, इसलिए इस मामले की आगामी कार्रवाई के लिए एसपी ने एसआईटी का गठन किया है.

Last Updated : Oct 22, 2020, 5:49 PM IST
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