जबलपुर। ईद से पहले जबलपुर में मुख्य पानी की पाइप लाइन फूट गई है. जिससे आने वाले दिनों में नगरवासियों को पानी की किल्लत से दो चार होना पड़ेगा. जबलपुर शहर की 16 टंकियों में रामनगरा के वॉटर फिल्टर प्लांट से पानी सप्लाई की जाती है. यह लगभग शहर की आधी आबादी को पानी सप्लाई की व्यवस्था है.
बिजली ठेकेदार ने तोड़ी पाइपलाइन
मेडिकल कॉलेज के पास बिजली विभाग का एक ठेकेदार अंडर ग्राउंड केबलिंग के लिए ड्रिल कर रहा था और उसकी ड्रिल पाइप लाइन में घुस गई. पाइप लाइन प्लास्टिक की थी लिहाजा पाइप लाइन फूट गई और पूरी सड़क पर पानी ही पानी हो गया. आनन-फानन में नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची ठेकेदार की ड्रिल मशीन को जब्त किया गया और ठेकेदार के खिलाफ बिना अनुमति के काम करने के आरोप में गढ़ा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया
फाइबर मटेरियल से बनी है पाइपलाइन
यह पाइप लाइन फाइबर की एक विशेष मटेरियल से बनी हुई है जब यह पाइप लाइन डाली गई थी तब स्थानीय नेताओं और अधिकारियों ने कमीशन के चक्कर में लोहे की पाइप लाइन ना डालकर प्लास्टिक की पाइप लाइन डालने पर जोर दिया है. धीरे-धीरे यह पाइप लाइन कमजोर होने लगी है.
टैंकरों की व्यवस्था
25 तारीख को ईद है और पानी की जरूरत कुछ ज्यादा होगी ऐसे में नगर निगम के पास टैंकर के अलावा पानी सप्लाई का कोई प्रबंध नहीं है. अब नगर निगम कह रहा है कि उनके पास 86 टैंकर हैं जिनसे वे 41 डिग्री टेंपरेचर में जब पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है पानी सप्लाई करेंगे लेकिन लगभग 7 से 8 लाख आबादी को इतने टैंकरों से कैसे पानी सप्लाई होगा यह लोगों को समझ में नहीं आ रहा है.
नगर निगम कमिश्नर को नहीं पता योजना
प्लास्टिक की पाइप लाइन को रिप्लेस करने के लिए एक अल्टरनेटिव लोहे के पाइप लाइन को बिछाया जा रहा है. यह लगभग 6 करोड़ की योजना है जो बीते 5 सालों से चल रही है लेकिन अब तक पाइप लाइन नहीं बिछाई जा सकी है और हद तो तब हो गई जब मौजूदा नगर निगम कमिश्नर आशीष कुमार को पता ही नहीं है कि नगर निगम में ऐसा कोई प्रोजेक्ट भी चल रहा है.