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रामचरितमानस विवाद पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की दो टूक, नेता न करें रामायण पर बयानबाजी, कांग्रेस को दी ये सलाह - शंकराचार्य का मोहन भागवत पर बयान

ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज शुक्रवार को जबलपुर पहुंचे. जहां उन्होंने रामचरितमानस पर चल रहे विवाद और संघ प्रमुख मोहन भागवत के जाति व्यवस्था के बयान पर जवाब दिया.

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Published : Feb 10, 2023, 10:24 PM IST

Updated : Feb 10, 2023, 10:41 PM IST

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

जबलपुर। एक निजी कार्यक्रम शामिल होने पहुंचे ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने एक बड़ा बयान दिया है. ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कांग्रेस पार्टी को बड़ी सलाह दी है. शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि कांग्रेस पहले अपना जनाधार मजबूत करें फिर किसी पर चुटकी ले, क्योंकि वर्तमान में कांग्रेस की स्थिति बेहद खराब है और वह किसी पर चुटकी लेने के हालात में नहीं है.

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राजनीतिक न करें रामायण पर विवाद: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि कांग्रेस-बीजेपी एक-दूसरे से लड़ते रहते हैं, इन्हें देश, धर्म, संस्कृति और परंपराओं की कोई फिक्र नहीं है, बस राजनीति करते हैं. कोई भी पार्टी राजनीति के विषय पर बोले लेकिन धर्म पर बात ना करें. दरअसल जबलपुर में एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान में राजनीतिक दल धर्म पर राजनीति कर रहे हैं, जो बेहद गलत है. राजनीतिक दलों को केवल राजनीतिक मुद्दों पर बयानबाजी करना चाहिए ना कि धर्म पर. इसके साथ ही रामचरितमानस पर चल रहे विवाद पर भी शंकराचार्य ने कहा कि रामायण पर विवाद करने वाले लोग राजनीतिक हैं, ना कि रामायण के जानकार. जिन्होंने रामायण पर कोई अध्ययन नहीं किया है, वह बयानबाजी ना करें.

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मोहन भागवत को नहीं देना चाहिए ऐसे बयान: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर भी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि भारत में जाति व्यवस्था का वर्णन उस गीता में भी लिखा है जिसे खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बराक ओबामा को दी थी इस गीता के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण ने चार वर्ण बनाए हैं, वर्णों के हिसाब से उनको समाज में जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जो चीज विद्वानों ने बनाई हो, वो गलत कैसे हो सकती है. शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि मोहन भागवत एक लंबा जीवन जी चुके हैं, राजनीति को बैलेंस करने के लिए वे इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, जो उन्हें नहीं करना चाहिए.

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

जबलपुर। एक निजी कार्यक्रम शामिल होने पहुंचे ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने एक बड़ा बयान दिया है. ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कांग्रेस पार्टी को बड़ी सलाह दी है. शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि कांग्रेस पहले अपना जनाधार मजबूत करें फिर किसी पर चुटकी ले, क्योंकि वर्तमान में कांग्रेस की स्थिति बेहद खराब है और वह किसी पर चुटकी लेने के हालात में नहीं है.

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राजनीतिक न करें रामायण पर विवाद: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि कांग्रेस-बीजेपी एक-दूसरे से लड़ते रहते हैं, इन्हें देश, धर्म, संस्कृति और परंपराओं की कोई फिक्र नहीं है, बस राजनीति करते हैं. कोई भी पार्टी राजनीति के विषय पर बोले लेकिन धर्म पर बात ना करें. दरअसल जबलपुर में एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान में राजनीतिक दल धर्म पर राजनीति कर रहे हैं, जो बेहद गलत है. राजनीतिक दलों को केवल राजनीतिक मुद्दों पर बयानबाजी करना चाहिए ना कि धर्म पर. इसके साथ ही रामचरितमानस पर चल रहे विवाद पर भी शंकराचार्य ने कहा कि रामायण पर विवाद करने वाले लोग राजनीतिक हैं, ना कि रामायण के जानकार. जिन्होंने रामायण पर कोई अध्ययन नहीं किया है, वह बयानबाजी ना करें.

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मोहन भागवत को नहीं देना चाहिए ऐसे बयान: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर भी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि भारत में जाति व्यवस्था का वर्णन उस गीता में भी लिखा है जिसे खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बराक ओबामा को दी थी इस गीता के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण ने चार वर्ण बनाए हैं, वर्णों के हिसाब से उनको समाज में जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जो चीज विद्वानों ने बनाई हो, वो गलत कैसे हो सकती है. शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि मोहन भागवत एक लंबा जीवन जी चुके हैं, राजनीति को बैलेंस करने के लिए वे इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, जो उन्हें नहीं करना चाहिए.

Last Updated : Feb 10, 2023, 10:41 PM IST

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