जबलपुर। राज्य बीमारी सहायता और श्रमिक कार्ड के जरिए गरीबों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. जबलपुर कैंट के बीजेपी विधायक अशोक रोहाणी ने कांग्रेस पर आरोप लगया है कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने गरीबों के इलाज के रास्ते बंद कर दिए हैं.
अशोक रोहाणी ने कहा कि सरकार ने गरीबों के इलाज के लिए चलने वाली योजनाओं को रोक दिया है. उन्होंने बताया कि कुछ हितग्राहियों ने इस योजना के जरिए इलाज कराने की कोशिश की, तो अधिकारियों ने उन्हें पैसे देने से मना कर दिया. कैंट विधानसभा क्षेत्र में लगभग 45 हजार श्रमिकों के कार्ड बने हुए हैं और श्रमिक कल्याण बोर्ड के जरिए श्रमिकों का इलाज किया जाता है, लेकिन राज्य सरकार ने इस पर भी रोक लगा दी है.
केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना का फायदा सिर्फ बीपीएल कार्ड धारकों को ही मिलता है, इसलिए श्रमिक कार्ड या राज्य बीमारी सहायता से सभी को इलाज दिया जा रहा था. लेकिन, सरकार ने इस पर भी रोक लगा दी, जिससे जनता परेशान है. भाजपा विधायक ने इस मामले में विधानसभा में भी सवाल उठाया है, लेकिन अब तक इसका कोई जवाब नहीं मिला है.
जानकारी के मुताबिक, श्रमिक कार्डों पर सीएम शिवराज सिंह का फोटो लगा हुआ था, इसलिए श्रमिक कार्डों को रद्द कर दिया गया है और नए सिरे से कार्ड बनाए जा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार कई जगह श्रमिक कार्ड का दुरुपयोग हो रहा था, इसलिए इसे रोका गया है. अगर राज्य सरकार इस बीच में कोई दूसरी व्यवस्था लागू कर देती, तो गरीबों का इलाज प्रभावित नहीं होता.