जबलपुर। मध्य प्रदेश की राजनीति के दो बड़े धुरंधर भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रहलाद पटेल और राकेश सिंह किसी जमाने में अच्छे दोस्त हुआ करते थे. दोनों ने जबलपुर के साइंस कॉलेज से राजनीति की शुरुआत की थी. प्रहलाद पटेल को राजनीति में किस्मत आजमाने का मौका जल्दी मिल गया, लेकिन राकेश सिंह को यह मौका कुछ दिनों बाद मिला. आज दोनों ही नेता लगभग एक पायदान पर खड़े हुए हैं. कभी एक दूसरे के अच्छे दोस्त रहे, दोनों नेताओं में अब पुरानी सी दोस्ती नहीं रही.
-
आज मेरे निवास सैनिक सोसायटी जबलपुर में पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के @BJP4MP के उम्मीदवार सांसद @MPRakeshSingh मेरी नाम पट्टिका देखकर अचानक पधारें ।मैने उन्हें चाय पिलाई और शुभकामनाएँ दी @BJP4India pic.twitter.com/yeMGhpmyPE
— Prahlad Singh Patel (@prahladspatel) October 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">आज मेरे निवास सैनिक सोसायटी जबलपुर में पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के @BJP4MP के उम्मीदवार सांसद @MPRakeshSingh मेरी नाम पट्टिका देखकर अचानक पधारें ।मैने उन्हें चाय पिलाई और शुभकामनाएँ दी @BJP4India pic.twitter.com/yeMGhpmyPE
— Prahlad Singh Patel (@prahladspatel) October 10, 2023आज मेरे निवास सैनिक सोसायटी जबलपुर में पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के @BJP4MP के उम्मीदवार सांसद @MPRakeshSingh मेरी नाम पट्टिका देखकर अचानक पधारें ।मैने उन्हें चाय पिलाई और शुभकामनाएँ दी @BJP4India pic.twitter.com/yeMGhpmyPE
— Prahlad Singh Patel (@prahladspatel) October 10, 2023
अच्छे दोस्त माने जाते थे राकेश सिंह और प्रहलाद पटेल: राकेश सिंह 2004 से लगातार जबलपुर में लोकसभा के चुनाव जीतते चले आ रहे हैं. इसके पहले राकेश सिंह को बरगी विधानसभा का प्रभारी बनाया गया था. वे 15 साल तक बरगी विधानसभा के प्रभारी रहे. हालांकि उस समय यह विधानसभा आरक्षित हुआ करती थी. जब राकेश सिंह को पहली बार जबलपुर से लोकसभा का टिकट मिला, तब वे जबलपुर ग्रामीण के अध्यक्ष हुआ करते थे. तब तक राकेश सिंह, उमा भारती और प्रहलाद पटेल के काफी करीबी माने जाते थे. लेकिन जब उमा भारती ने भारतीय जनता पार्टी से बगावत की और लोक जनशक्ति पार्टी बनाई. उस दौरान सभी को उम्मीद थी कि राकेश सिंह भी उमा भारती और पहलाद पटेल के साथ भारतीय जनता पार्टी छोड़ देंगे, लेकिन राकेश सिंह ने ऐसा नहीं किया. यहीं से राकेश सिंह और पहलाद पटेल के बीच की दूरियां बढ़नी शुरू हो गई थी. इसके बाद प्रहलाद पटेल भारतीय जनता पार्टी में लौट जरूर आए, लेकिन इन दोनों नेताओं की आपसी नजदीकियों में दरार पड़ चुकी थी.
-
आज पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से संपर्क के दौरान सैनिक सोसाइटी में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री प्रह्लाद पटेल जी के निवास पर उनसे सौजन्य भेंट और सकारात्मक चर्चा हुई। - @prahladspatel@narendramodi @PMOIndia @JPNadda @AmitShah @BJP4India @BJP4MP pic.twitter.com/85E8LLddfW
— Rakesh Singh (@MPRakeshSingh) October 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">आज पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से संपर्क के दौरान सैनिक सोसाइटी में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री प्रह्लाद पटेल जी के निवास पर उनसे सौजन्य भेंट और सकारात्मक चर्चा हुई। - @prahladspatel@narendramodi @PMOIndia @JPNadda @AmitShah @BJP4India @BJP4MP pic.twitter.com/85E8LLddfW
— Rakesh Singh (@MPRakeshSingh) October 10, 2023आज पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से संपर्क के दौरान सैनिक सोसाइटी में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री प्रह्लाद पटेल जी के निवास पर उनसे सौजन्य भेंट और सकारात्मक चर्चा हुई। - @prahladspatel@narendramodi @PMOIndia @JPNadda @AmitShah @BJP4India @BJP4MP pic.twitter.com/85E8LLddfW
— Rakesh Singh (@MPRakeshSingh) October 10, 2023
प्रचार करते वक्त राकेश सिंह पहुंचे प्रहलाद पटेल के घर: यही वजह है कि आज भी इन दोनों नेताओं के आपसी संबंधों में उतनी मिठास नहीं है, जितनी एक जमाने में थी. इसका अंदाजा आप प्रहलाद पटेल की सोशल मीडिया पोस्ट से लगा सकते हैं. जिसमें उन्होंने राकेश सिंह की फोटो शेयर करते हुए लिखा है कि मेरे घर की नाम पट्टिका पढ़कर राकेश सिंह मेरे घर रुक गए. दरअसल राकेश सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम विधानसभा में विधायक पद के लिए उम्मीदवार बनाया है. इस समय राकेश सिंह जबलपुर की पश्चिम विधानसभा में प्रचार कर रहे हैं. इसी दौरान वे शक्ति नगर के उसी इलाके में प्रचार कर रहे थे, जहां प्रहलाद पटेल का घर है. जब राकेश सिंह को जानकारी लगी कि प्रहलाद पटेल अपने घर पर हैं, तो वह उनसे मिलने चले गए. दोनों ने अपनी फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की. फोटो में दोनों लोग आपस में चर्चा करते हुए जरूर नजर आ रहे हैं, लेकिन इसमें केवल औपचारिकता नजर आ रही है.