जबलपुर। कोरोना महामारी के कारण करीब तीन माह तक पूरे देश में ट्रेनों के पहिए थम गए थे. जैसे-जैसे हालात कुछ सामान्य हुए तो ट्रेनें चलनी शुरू हुई, लेकिन आम आदमी को ट्रेन में राहत नहीं मिली, क्योंकि ट्रेन में जनरल टिकट बंद थी. अब करीब डेढ़ साल बाद सोमवार से भारतीय रेल (Indian Railway) ने अनारक्षित टिकट (General Ticket) देना शुरू कर दिया है. हालांकि शुरूआत में यह सुविधा कुछ ही ट्रेनों में मिल रही है.
पश्चिम मध्य रेल के तीनों मंडलो में मिलने लगी जनरल टिकट
भारतीय रेल प्रशासन के निर्णय के बाद पश्चिम मध्य रेलवे ने भी अपने तीनों मंडल जबलपुर-कोटा और भोपाल में जनरल टिकट के काउंटर खोल दिए हैं. काउंटर खुलते ही टिकट घर में यात्रियों की भीड़ लगनी शुरू हो गई कोरोना गाइडलाइन के पालन का दावा फेल होता दिखा.
जनरल टिकट के लिए भी भरना होगा फॉर्म
कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए रेल प्रशासन के निर्देश पर जनरल टिकट लेने वाले यात्री को भी फॉर्म भरना अनिवार्य है. ऐसे में उन यात्रियों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है जिन्हें पढ़ना-लिखना नहीं आता है. वहीं कुछ लोग रेल प्रशासन के द्वारा जनरल टिकट शुरू होने पर खुश हैं.
मांग पर बढ़ाई जाएगी जनरल टिकट की व्यवस्था
जबलपुर मंडल ने रेल प्रशासन के निर्देश पर शुरुआत में रीवा-जबलपुर-हवीबगंज इंटरसिटी ट्रेन सहित 5 ट्रेनों में अभी जनरल टिकट की व्यवस्था की है. जिसे डिमांड के आधार पर बढ़ाया जाएगा. वही जनरल की फॉर्म की अनिवार्यता और यात्रियों के परेशान होने पर मंडल वाणिज्य प्रबंधक विश्वरंजन का कहना है कि फार्म भरना जरूरी यात्रियों के हित को लेकर किया गया है क्योंकि अगर कोई यात्री कोरोना पॉजिटिव आ जाए और उसे तलाश करने में आसानी होगी, अगर किसी यात्री को परेशानी आ रही है तो वह काउंटर में रेलवे के अधिकारी की मदद ले सकता है.