जबलपुर। भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के बीच कोविड केयर सेंटर्स में सुविधाओं को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, कहीं अस्पताल के माहौल से मरीज परेशान हैं तो कहीं आगजनी से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं है. गुजरात और फिर आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के कोविड केयर सेंटर में हुई आगजनी की घटना के बाद जबलपुर संभाग में अलर्ट जारी कर दिया गया है और कोविड सेंटर हॉस्पिटल में आगजनी की घटना से निपटने के इंतजाम पुख्ता करने पर जोर दिया जा रहा है.
इसके लिए जबलपुर कमिश्नर ने जिले के सभी कोविड सेंटरों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने के लिए आदेश जारी कर दिए हैं. इतना ही नहीं जबलपुर संभाग के सभी कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर आगजनी की घटना से निपटने के लिए फायर कंट्रोल और फायर ब्रिगेड को मुस्तैद रखने को कहा गया है.
'मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं का अंबार'
जिला प्रशासन भले ही गुजरात और आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा जैसी घटना से निपटने के लिए भरपूर तैयारी कर रहा हो, लेकिन प्रशासन और मेडिकल विभाग की तैयारी पर कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने सवाल खड़े किए हैं और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं के अंबार को लेकर शिवराज सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा है कि दुर्घटना कहीं भी कभी भी हो सकती है. मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग बहुत ही पुरानी है. भले ही कोविड सेंटर नई बिल्डिंग में स्थापित किया गया हो, पर वो भी पुरानी बिल्डिंग से लगा हुआ है.
कांग्रेस विधायक ने शिवराज सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस विधायक की मानें तो मेडिकल कालेज में अव्यवस्था का अंबार लगा हुआ है. कोरोना के कारण मेडिकल कॉलेज को भी चारों तरफ से बंद रखा गया है. ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए कि एक उच्चस्तरीय टीम गठित करें, जो आगजनी की आपदा से निपटने के लिए तैयार रहें. कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना का मानना है कि घटना-दुर्घटना कहीं भी हो सकती है. इसलिए सरकार और जिला प्रशासन प्राइवेट कंपनियों के हाथों में खेलेन की बजाय सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं दुरुस्त करें.
सुरक्षा के पर्याप्त हों इंतजाम
जबलपुर मेडिकल कॉलेज में आस-पास के जिलों के भी मरीज आते हैं. ऐसे में निश्चित रूप से प्रशासन को यहां सुरक्षा के तमाम मानकों की जांच कर सभी खामियों को दूर करना चाहिए. जिससे किसी भी तरह की अनहोनी न हो पाए, क्योंकि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा और गुजरात के अहमदाबाद के कोविड केयर सेंटर में आग लगने से एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसलिए प्रशासन को चाहिए कि कोविड केयर सेंटर्स में आगजनी की घटना न हो, अगर किसी स्थिति में ऐसा होता है तो उससे निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन हों.