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एंबुलेंस में प्रसव पीड़ा से तड़पती रही गर्भवती महिला, अस्पताल में लटका मिला ताला

बरगी विधानसभा क्षेत्र के भिड़की अस्पताल में डाक्टर या नर्स नहीं होने के चलते गर्भवती महिला एम्बुलेंस में घंटों प्रसव पीड़ा से तड़पती रही. यहां न तो कोई डॉक्टर मिला और न कोई नर्स. बाद में चरगवां ले जाकर प्रसव कराया गया.

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Published : Jul 8, 2019, 9:15 AM IST

भिड़की अस्पताल

जबलपुर। बरगी विधानसभा क्षेत्र के चरगवां के भिड़की अस्पताल में एक गर्भवती महिला अस्पताल के बाहर एम्बुलेंस में एक घंटे प्रसव पीड़ा से तड़पती रही, लेकिन हैरानी की बात ये है कि हॉस्पिटल के गेट पर कुंडी लगी हुई है. परिजनों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी अस्पताल में कोई नर्स या डॉक्टर नहीं पहुंचा. तब जाकर वे चरगवां अस्पताल में प्रसव कराने के लिए महिला को ले गए, जहां उसकी डिलीवरी कराई गई.

प्रसव पीड़ा से तड़पती रही गर्भवती महिला, अस्पताल में लटका मिला ताला
मामले की सूचना जब जिला चिकित्सा अधिकारी मुरली अग्रवाल को दी गई, तो उन्होंने तत्काल कर्मचारियों को भिजवाने की बात कही. आनन-फानन में पहुंचे एक कर्मचारी ने बताया कि नर्स मीना पासी की ड्यूटी है और वह ताला लगाकर कहीं चली गई है.

यह था पूरा मामला

सामुदायिक उपस्वास्थ केन्द्र पर ग्वारी न्यू भेड़ाघाट की रहने वाली महिला किरण बर्मन को प्रसव पीड़ा हुई. इसके बाद उसके पति शेखर उसे भिड़की अस्पताल लेकर आए, जहां न तो डॉक्टर था और न कोई नर्स. पति ने बताया कि हॉस्पिटल में ताला लगा हुआ था. डॉक्टर-नर्स के इंतजार में महिला एक घंटे तक प्रसव पीड़ा के कारण एंबुलेंस में ही तड़पती रही. जब इलाज के लिए कोई नहीं पहुंचा, तो ग्रामीणों की सलाह पर उसे चरगवां स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया.

वहीं ग्रामीणों का कहना है कि भिड़की चरगवां स्वास्थ्य केंद्र में आये दिन कर्मचारी नदारद रहते हैं. परिजनों और ग्रामीणों में इस घट्ना को लेकर आक्रोश है.

जबलपुर। बरगी विधानसभा क्षेत्र के चरगवां के भिड़की अस्पताल में एक गर्भवती महिला अस्पताल के बाहर एम्बुलेंस में एक घंटे प्रसव पीड़ा से तड़पती रही, लेकिन हैरानी की बात ये है कि हॉस्पिटल के गेट पर कुंडी लगी हुई है. परिजनों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी अस्पताल में कोई नर्स या डॉक्टर नहीं पहुंचा. तब जाकर वे चरगवां अस्पताल में प्रसव कराने के लिए महिला को ले गए, जहां उसकी डिलीवरी कराई गई.

प्रसव पीड़ा से तड़पती रही गर्भवती महिला, अस्पताल में लटका मिला ताला
मामले की सूचना जब जिला चिकित्सा अधिकारी मुरली अग्रवाल को दी गई, तो उन्होंने तत्काल कर्मचारियों को भिजवाने की बात कही. आनन-फानन में पहुंचे एक कर्मचारी ने बताया कि नर्स मीना पासी की ड्यूटी है और वह ताला लगाकर कहीं चली गई है.

यह था पूरा मामला

सामुदायिक उपस्वास्थ केन्द्र पर ग्वारी न्यू भेड़ाघाट की रहने वाली महिला किरण बर्मन को प्रसव पीड़ा हुई. इसके बाद उसके पति शेखर उसे भिड़की अस्पताल लेकर आए, जहां न तो डॉक्टर था और न कोई नर्स. पति ने बताया कि हॉस्पिटल में ताला लगा हुआ था. डॉक्टर-नर्स के इंतजार में महिला एक घंटे तक प्रसव पीड़ा के कारण एंबुलेंस में ही तड़पती रही. जब इलाज के लिए कोई नहीं पहुंचा, तो ग्रामीणों की सलाह पर उसे चरगवां स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया.

वहीं ग्रामीणों का कहना है कि भिड़की चरगवां स्वास्थ्य केंद्र में आये दिन कर्मचारी नदारद रहते हैं. परिजनों और ग्रामीणों में इस घट्ना को लेकर आक्रोश है.

Intro:एंकर - बरगी विधानसभा क्षेत्र के भिड़की चरगवां अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसबीच रविवार को एक बार फिर इंसानियत शर्मसार हुई है। चरगवां के भिड़की अस्पताल में एक गर्भवती महिला अस्पताल के बाहर एम्बुलेंस में एक घंटे दर्द से तड़पती रही और महिला को इलाज देने वाला कोई चिकित्सक या नर्स नहीं आया। परिजनों की बार-बार शिकायत के बाद ग्रामीणों ने चरगवां ले जाने की सलाह दी जहा महिला की डिलिवरी कराई गई।

बीओ -जब इस विषय में जिला चिकित्सा अधिकारी मुरली अग्रवाल को सूचना दी तो उन्होंने तत्काल कर्मचारियों को भिजवाने की बात कही लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर दोषियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाति भिड़की एवं चरगवा स्वास्थ्य केंद्र की लापरवाही हमेशा सामने आती रहती है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी किसी कार्रवाई ना करते हुए अपना पल्ला झाड़ लेते हैं


Body:आनन-फानन में पहुंचे एक कर्मचारी ने बताया कि नर्स मीना पासी की ड्यूटी है और वह ताला लगा कर कहीं चली गई है ऐसे में लगता है कि जिम्मेदार कर्मचारियों को अस्पताल या आने वाले मरीजों से कोई लेना देना नहीं है

जहा एक ओर प्रदेश मुखिया कमलनाथ द्वारा गर्भवती महिलाओ के लिये नई नई योजनाये लाई जा रही हैं वही दुसरी ओर वरगी विधानसभा के भिड़की में इन योजनाओ ओर मरीजो के साथ खिलवाड किया जा रहा हैं। सामुदायिक उपस्वास्थ केन्द्र पर महिला किरण बर्मन पति शेखर बर्मन उम्र 19 साल ग्वारी न्यू भेड़ाघाट निवासी अपनी पत्नी को प्रसव करवाने के लिये भिड़की अस्पताल पर लाये लेकिन अस्पताल में ताला लगा था ओर नर्स से लेकर डॉक्टर कोई नही मिलने के कारण 1 घंटे दर्द से तडप रही। जब घंटो इंतजार करने के बाद कोई नही पहुँचा तो ग्रामीणों की सलाह पर चरगवां स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां महिला ने एक लड़की को जन्म दिया वही ग्रामीणो का कहना हे की भिड़की चरगवां स्वास्थ्य केंद्र में आये दिन कर्मचारी नदारत रहते है नही।परिजनो एव ग्रामीणो में इस घट्ना को लेकर आक्रोश व्याप्त है।

बाइट - अजीत गोंटिया (ग्रामीण)
बाइट - रजनी नाग (स्टाफ नर्स)Conclusion: मरीज के लिये डॉक्टर भगवान का रूप होता है लेकिन इस प्रकार कि घटना को लेकर यह भी कहा जा सकता हे इसी प्रकार की घट्नाये अगर घटती रही तो लोगो का अस्पताल ओर डॉक्टरों दोनो से विश्वास उठ जायेगा।
बहरहाल अब देखना यह होगा कि स्वास्थ्य सेबाओ में लापरवाही बर्तने बाले कर्मचारियों पर विभाग किस तरफ की कार्यवाही करता है
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