जबलपुर। बरगी विधानसभा अंतर्गत शहपुरा थाना के भीटा गांव में पुलिस श्मशान घाट से अर्थी को ले आई. यहां से पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा, ताकि उसकी मौत की सही वजहों का खुलासा हो सके.
इधर पुलिस के इस कदम के खिलाफ ग्रामीणों ने गांव और पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर प्रदर्शन किया. दरअसल डिलीवरी के लिए अस्पताल मे भर्ती की गई महिला की हालत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई थी, जिसके बाद महिला के मायके पक्ष के लोग अंतिम संस्कार नहीं कराना चाहते थे, लेकिन महिला के पति से समझौते के बाद अंतिम संस्कार के लिए दोनों पक्ष तैयार हो गए. तभी शहपुरा पुलिस श्मशान घाट पहुंचकर महिला के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले आई.
मृतका के जेठ राकेश पटेल ने बताया कि उसके छोटे भाई कल्याण सिंह की शादी दमोह के पतलोनी तेजगढ़ में कविता पटेल के साथ हुई थी. कविता को डिलीवरी के लिए शुक्रवार को मेडिकल अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां हालत बिगड़ने पर उसकी और बच्चे दोनों की मौत हो गई थी. जिसके बाद डॉक्टर ने कागजी कार्रवाई कर मृतका का शव परिजनों को सौंप दिया. जहां से परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए भीटा गांव ले आए.
मृतका के मायके पक्ष के लोगों ने ससुराल वालों पर आरोप लगाया है कि कविता की मौत नहीं हुई है, बल्कि उसे मारा गया है. जिसकी शिकायत मायके पक्ष ने पुलिस से की है. शाहपुरा पुलिस ने श्मशान घाट पहुंचकर मृतका के शव को अर्थी से उठाकर मेडिकल कॉलेज पोस्टमॉर्टम के लिए ले आई. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.