जबलपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है. जबलपुर में भी 22 मार्च से वही हालात हैं. लोग जिला प्रशासन के निर्देश पर अपने घरों में ही बैठे हुए हैं. कर्फ्यू से अगर सबसे ज्यादा कोई परेशान है तो वो गरीब हैं जिन्हें दो वक्त का खाना तक नसीब नहीं हो पा रहा है. वहीं कुछ ऐसे लोगों की मदद भी कर रहे हैं.
गरीबों को खाना खिलाने सड़क पर उतरे होटल संचालक
जबलपुर के होटल संचालक पिंकी जैन बीते 22 मार्च से गरीब और जरूरतमंद लोगों को खाना खिला रहे हैं. 24 घंटे इनकी रसोई में खाना बनता है. दिन और शाम को गरीब और जरूरतमंदों को जहां इनकी टीम खाना खिलाती है तो वहीं रात भर पुलिस और अन्य कर्मचारी जो कि ड्यूटी में लगे हुए हैं उन्हें चाय बिस्किट खिलाकर उनकी हौसला अफजाई करती है.
2 से ढाई हजार लोगों को खिला रहे भोजन
पहले दिन जब जबलपुर में जनता कर्फ्यू लगा हुआ था उस समय को देखते हुए पिंकी जैन और उनके साथियों ने 500 लोगों को खाना खिलाया पर जैसे-जैसे कर्फ्यू बढ़ता गया वैसे-वैसे उन्होंने गरीब और जरूरतमंदों को खाना खिलाने की तादाद बढ़ा दी. आज पिंकी जैन और उनके साथी रोजाना दो से ढाई हजार लोगों को खाना खिला रहे हैं.
होटल के स्टाफ सहित दोस्त भी कर रहे मदद
होटल संचालक पिंकी जैन ने बताया कि उनके साथी और संस्थाएं बराबर उनके साथ हैं और उनकी मदद कर रही हैं. कोई चावल, कोई दाल, कोई सब्जी तो कोई अन्य जरूरत की सामग्री देकर मदद कर रहे हैं.
जबलपुर में बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो कि अचानक लगे कर्फ्यू के बाद अपने घर नहीं जा पा रहे हैं और शहर में ही फंस कर रह गए हैं. ऐसे में होटल संचालक ने अपने होटल के कमरे भी खोल दिए हैं उन्हें ना सिर्फ होटल में ठहराया गया है बल्कि उनकी खाने पीने की व्यवस्था भी की गई है.
पिंकी जैन ने शहर के अन्य संगठनों से भी गुजारिश की है कि वो भी अपने आसपास की बस्ती में जाकर पता करें कि कोई भूखा तो नहीं है हो सकता है कुछ घर ऐसे मिल जाए जिनके यहां चूल्हा न जला हो तो उनकी मदद के लिए आगे आए और उन्हें खाना खिलाए क्योंकि यही वह समय है जब दूसरों की मदद कर की जा सकती है.