जबलपुर। नगर निगम में हुई बैठक के दौरान एक एमआईसी सदस्य और बीजेपी के तीन पार्षदों ने अपनी ही नगर सत्ता के खिलाफ धरना दे दिया था. बैठक में मौजूद सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया ने सत्ता पक्ष के खिलाफ उसके ही पार्षदों के इस आक्रोश पर गहरी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में बैठकर हमें निष्पक्ष होना चाहिए. शहर विकसित और व्यवस्थित हो यह हमारी प्रतिबद्धता है.
नगर निगम सदन में एक एमआईसी सदस्य और सत्ता पक्ष के तीन पार्षदों से शुरू हुआ विरोध का सिलसिला लगातार जारी है. बजट बैठक के दौरान महापौर परिषद के बाकी सदस्यों ने भी अपनी नाकामियों का ठीकरा अधिकारियों पर खोलना शुरू कर दिया.
नगर निगम सदन की बैठक में चर्चा तो बजट के प्रावधानों पर होना थी लेकिन पूरी की पूरी बैठक अधूरे पड़े कामों और सत्ता की नाकामियों पर आकर रूक गई. विपक्षी सदस्यों ने जब सत्ता पक्ष की नाकामियां गिनाना शुरू किया तो इसमें एमआईसी सदस्यों ने भी हां में हां मिलाना शुरू कर दिया और इसका ठीकरा अधिकारियों पर फोड़ दिया.
बैठक में विधायक विनय सक्सेना ने शहर की सबसे पुरानी मंडी के कायाकल्प के लिए 25 करोड़ की राशि स्वीकृत करने के साथ ही हनुमान ताल के विकास के लिए दो करोड़ की योजना बनाने की मांग की. विधायक के इस प्रस्ताव पर महापौर ने कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया से राज्य सरकार के जरिए करीब 100 करोड़ की राशि दिलाने की मांग रखी.