जबलपुर। एक सप्ताह पूर्व पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल संचालक डॉ. दुहिता पाठक और उनके पति डॉ. अश्विनी पाठक को होटल में अस्पताल चलाने के अपराध में गिरफ्तार किया था. डॉ.अश्विनी पाठक द्वारा वेगा होटल में आयुष्मान योजना के तहत इलाज करने के नाम पर साधारण सर्दी -बुखार वाले मरीजों को भर्ती करते थे और उनकी फर्जी रिपोर्ट बनाकर आयुष्मान योजना की राशि हड़प रहे थे. इस खुलासे के दौरान पुलिस ने होटल को सील कर दिया था.
मरीजों का रिकॉर्ड तलाश रही पुलिस : अस्पताल में भर्ती मरीजों की फाइल्स जब्त करते हुए जांच शुरू की थी. पुलिस के साथ ही स्वस्थ्य विभाग भी जांच में जुटा हुआ है. पुलिस ने आरोपी डॉक्टर दंपती के साथ हॉस्पिटल के मैनेजर और कम्प्यूटर ऑपरेटर को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. आयुष्मान कार्ड योजना में भ्रष्टाचार की जांच के लिए वहां भर्ती मरीजों के रिकॉर्ड्स तलाश किए जा रहे हैं, लेकिन बहुत से मरीजों की फाइल्स नहीं मिल रही हैं. डॉक्टर अश्विनी पाठक द्वारा वर्ष 2019 में आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का इलाज शुरू किया था और अब तक करीब एक हजार मरीजों का इलाज किया गया है.
Ayushman Scheme Fraud जबलपुर आयुष्मान योजना फर्जीवाड़े को पुलिस ने किया उजागर, एक दिन की रिमांड पर डॉक्टर दंपति
अस्पताल के दलालों की खोज जारी : माना जा रहा है कि अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत इलाज करवाने वाले अधिकतर मरीज सामान्य बीमारियों से ग्रस्त थे. डॉक्टर दंपती ने दलालों के माध्यम से उन्हें भर्ती कर आयुष्मान योजना की राशि निकाली है. इस मामले में एडीशनल एसपी गोपाल खांडेल का कहना है "कई दलाल और अस्पताल में सेवाएं देने वाले डाक्टर्स, पैथोलॉजी सेंटर एवं रोगों की जांच करने वाली संस्थाएं जांच के दायरे में हैं. वहीं, बताया जा रहा है कि इसकी जांच पूरी होने में काफी वक्त लग सकता है." Police again remand doctors, Doctor couple Jabalpur, Ayushman scheme scam, Police search treatments records