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Jabalpur Scholarship Scam : छात्रवृत्ति घोटाले में जबलपुर के 19 पैरा मेडिकल कॉलेजों के संचालकों के खिलाफ FIR के साथ कुर्की के आदेश

जबलपुर में चल रहे 19 पैरा मेडिकल कॉलेजों के छात्रवृत्ति घोटाला के मामले में जिला कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने सभी के खिलाफ एफआईआर के साथ कुर्की करने के आदेश (Collector order FIR and kurki) भी जारी किए हैं. इन कॉलेजों द्वारा भ्रष्टाचार करके मध्य प्रदेश सरकार को 3 करोड़ 80 लाख का चूना लगाया है. इन घोटालेबाजों में सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े कई सफेदपोश लोग भी शामिल हैं. अब इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. इसके साथ ही उनसे घोटाले की रकम वसूल करने कलेक्टर द्वारा आरआरसी भी जारी की जा रही है. जबलपुर में छात्रवृत्ति के घोटालेबाज कॉलेजों की संख्या 19 है. (MP Jabalpur scholarship scam) (19 Para Medical Colleges owners) (Scam name of poor students)

MP Jabalpur scholarship scam
19 पैरा मेडिकल कॉलेजों के संचालकों के खिलाफ FIR के साथ कुर्की के आदेश
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Published : Nov 4, 2022, 3:56 PM IST

जबलपुर। इस पूरे घोटाले का खुलासा अधिवक्ता विशाल बघेल ने आरटीआई लगाकर किया था. बघेल के मुताबिक साल 2010 से 2014 तक प्रदेश के सैकड़ों पैरा मेडिकल कॉलेजों में एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति और ट्यूशन फीस में करोड़ों का घोटाला हुआ था. उन्होंने 2015 में जबलपुर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर करते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी. इसके बाद सरकार ने छात्रवृत्ति घोटाले की जांच लोकायुक्त को सौंप दी थी.

कोर्ट पहुंचा मामला तो शुरू हुई कार्रवाई : लंबे समय तक यह मामला दबाकर रखा गया लेकिन जनवरी 2022 में विशाल बघेल ने आरटीआई के माध्यम से घोटाले से जुड़े सभी तथ्यात्मक रिकॉर्ड निकाल कर एक बार फिर हाईकोर्ट के दरवाजे पर दस्तक दी. जब हाईकोर्ट से सरकार को नोटिस जारी हुआ तो वह फिर नींद से जागी और घोटालेबाजों से रिकवरी के लिए कमर कसी. दरअसल, बिना छात्रों का पंजीयन और एग्जाम दिलाये ही फर्जी नाम से रकम निकाली गई. घोटालेबाजों की लिस्ट में जबलपुर के नामीचीन क़ॉलेज शामिल हैं.

इन कॉलेजों के नाम : जबलपुर इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल टेक्नालाजी कॉलेज, डॉ. राधाकृष्णन कॉलेज ऑफ पैरा मेडिकल एजुकेशन करमेता, सुभाषचंद्र बोस पैरा मेडिकल इंस्टीट्यूट कॉलेज, स्वामी विवेकानंद पैरा मेडिकल कॉलेज, बालाजी इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस कॉलेज, बालाश्री इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस कॉलेज, सेन्ट्रल इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल टेक्नालॉजी कॉलेज, मीनाक्षी एकादमी ऑफ पैरा मेडिकल साइंसेस कॉलेज, बंसल इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल कॉलेज, ए.पी.एन.पैरा मेडिकल महाविद्यालय सदर, विजयश्री एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस महाविद्यालय, एस.पी.आइ.पी.एम.टी. पैरा मेडिकल महाविद्यालय, सौर्य इंस्टीटूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस कालेज, रेवांचल ज्ञान प्रबोधनी पैरा मेडिकल साइंस कालेज, निवारण इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस कॉलेज, एम.एम.कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी एंड पैरा मेडिकल साइंस कॉलेज, महाकौशल इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल टेक्नालाजी कॉलेज, स्वास्तिक इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल टेक्नालाजी कॉलेज तथा योगमणि इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस महाविद्यालय शामिल हैं.

गरीब व आदिवासी छात्रों के नाम पर घोटाला : गरीब, आदिवासी छात्रों की छात्रवृत्ति डकारने वाले पैरा मेडिकल कॉलेजों में पहला नाम एस.पी.आइ.पी.एम.टी पैरा मेडिकल महाविद्यालय का है, जिसके ऊपर 225 छात्रों के नाम डकारी गई 48 लाख 56 हजार 790 रुपये की रिकवरी निकल रही है. जबलपुर इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल टेक्नोलॉजी कॉलेज पर 139 छात्रों की छात्रवृत्ति डकारने का आरोप है, जिसकी रकम 22 लाख 14 हजार 290 रुपये है. ये आंकड़े सरकार की ओर से हाई कोर्ट में पेश किए गए हैं. इसी तरह महाकौशल इंस्टिट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस कॉलेज ने 129 छात्रों की 20 लाख 99 हजार 160 रुपये की छात्रवृत्ति का घोटाला किया है. इन दोनों कॉलेजों का संचालक एक ही व्यक्ति है. अब घोटालेबाज कॉलेजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है.

HC का एमपी सरकार से सवाल, सात साल पहले दर्ज प्रकरण में पैरामेडिकल कॉलेजों से कितनी रिकवरी हुई, नोटिस जारी

कलेक्टर के सख्त निर्देश : कलेक्टर जबलपुर डॉ. इलैयाराजा टी ने राजस्व अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि जिन भी पैरामेडिकल कॉलेजों में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति मामले में अनियमितताएं हुई हैं, उनके खिलाफ थानों में एफआईआर दर्ज कराई जाए. इसके साथ ही उनसे राशि की वसूली के लिए जरूरी हो तो कुर्की (RRC) की कार्रवाई भी की जाए. उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर दोषी कॉलेजों को छोड़ा न जाए. (MP Jabalpur scholarship scam) (19 Para Medical Colleges owners) (Scam name of poor students)

जबलपुर। इस पूरे घोटाले का खुलासा अधिवक्ता विशाल बघेल ने आरटीआई लगाकर किया था. बघेल के मुताबिक साल 2010 से 2014 तक प्रदेश के सैकड़ों पैरा मेडिकल कॉलेजों में एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति और ट्यूशन फीस में करोड़ों का घोटाला हुआ था. उन्होंने 2015 में जबलपुर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर करते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी. इसके बाद सरकार ने छात्रवृत्ति घोटाले की जांच लोकायुक्त को सौंप दी थी.

कोर्ट पहुंचा मामला तो शुरू हुई कार्रवाई : लंबे समय तक यह मामला दबाकर रखा गया लेकिन जनवरी 2022 में विशाल बघेल ने आरटीआई के माध्यम से घोटाले से जुड़े सभी तथ्यात्मक रिकॉर्ड निकाल कर एक बार फिर हाईकोर्ट के दरवाजे पर दस्तक दी. जब हाईकोर्ट से सरकार को नोटिस जारी हुआ तो वह फिर नींद से जागी और घोटालेबाजों से रिकवरी के लिए कमर कसी. दरअसल, बिना छात्रों का पंजीयन और एग्जाम दिलाये ही फर्जी नाम से रकम निकाली गई. घोटालेबाजों की लिस्ट में जबलपुर के नामीचीन क़ॉलेज शामिल हैं.

इन कॉलेजों के नाम : जबलपुर इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल टेक्नालाजी कॉलेज, डॉ. राधाकृष्णन कॉलेज ऑफ पैरा मेडिकल एजुकेशन करमेता, सुभाषचंद्र बोस पैरा मेडिकल इंस्टीट्यूट कॉलेज, स्वामी विवेकानंद पैरा मेडिकल कॉलेज, बालाजी इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस कॉलेज, बालाश्री इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस कॉलेज, सेन्ट्रल इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल टेक्नालॉजी कॉलेज, मीनाक्षी एकादमी ऑफ पैरा मेडिकल साइंसेस कॉलेज, बंसल इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल कॉलेज, ए.पी.एन.पैरा मेडिकल महाविद्यालय सदर, विजयश्री एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस महाविद्यालय, एस.पी.आइ.पी.एम.टी. पैरा मेडिकल महाविद्यालय, सौर्य इंस्टीटूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस कालेज, रेवांचल ज्ञान प्रबोधनी पैरा मेडिकल साइंस कालेज, निवारण इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस कॉलेज, एम.एम.कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी एंड पैरा मेडिकल साइंस कॉलेज, महाकौशल इंस्टीटयूट ऑफ पैरा मेडिकल टेक्नालाजी कॉलेज, स्वास्तिक इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल टेक्नालाजी कॉलेज तथा योगमणि इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस महाविद्यालय शामिल हैं.

गरीब व आदिवासी छात्रों के नाम पर घोटाला : गरीब, आदिवासी छात्रों की छात्रवृत्ति डकारने वाले पैरा मेडिकल कॉलेजों में पहला नाम एस.पी.आइ.पी.एम.टी पैरा मेडिकल महाविद्यालय का है, जिसके ऊपर 225 छात्रों के नाम डकारी गई 48 लाख 56 हजार 790 रुपये की रिकवरी निकल रही है. जबलपुर इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल टेक्नोलॉजी कॉलेज पर 139 छात्रों की छात्रवृत्ति डकारने का आरोप है, जिसकी रकम 22 लाख 14 हजार 290 रुपये है. ये आंकड़े सरकार की ओर से हाई कोर्ट में पेश किए गए हैं. इसी तरह महाकौशल इंस्टिट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल साइंस कॉलेज ने 129 छात्रों की 20 लाख 99 हजार 160 रुपये की छात्रवृत्ति का घोटाला किया है. इन दोनों कॉलेजों का संचालक एक ही व्यक्ति है. अब घोटालेबाज कॉलेजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है.

HC का एमपी सरकार से सवाल, सात साल पहले दर्ज प्रकरण में पैरामेडिकल कॉलेजों से कितनी रिकवरी हुई, नोटिस जारी

कलेक्टर के सख्त निर्देश : कलेक्टर जबलपुर डॉ. इलैयाराजा टी ने राजस्व अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि जिन भी पैरामेडिकल कॉलेजों में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति मामले में अनियमितताएं हुई हैं, उनके खिलाफ थानों में एफआईआर दर्ज कराई जाए. इसके साथ ही उनसे राशि की वसूली के लिए जरूरी हो तो कुर्की (RRC) की कार्रवाई भी की जाए. उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर दोषी कॉलेजों को छोड़ा न जाए. (MP Jabalpur scholarship scam) (19 Para Medical Colleges owners) (Scam name of poor students)

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