जबलपुर। चैत्र नवरात्र के त्यौहार के बाद जबलपुर में अचानक से कोरोनावायरस ने पैर पसारना शुरू कर दिया है और रोज कोरोनावायरस के नए मरीज सामने आ रहे हैं. फिलहाल की स्थिति में 10 मरीज अलग-अलग स्थानों पर संक्रमण झेल रहे हैं और अपना इलाज करवा रहे हैं, इसमें चिंताजनक बात यह है कि डेढ़ महीने से जबलपुर में कोरोनावायरस की वैक्सीन नहीं है. डॉक्टर संजय मिश्रा का कहना है कि "लोगों ने इसकी मांग भी करना बंद कर दिया था, इसलिए उन्होंने इसे नहीं बुलवाया है और राज्य शासन की तरफ से भी कोई सप्लाई नहीं हुई है."
क्यों फैल रहा कोरोना वायरस: जबलपुर स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डॉ संजय मिश्रा का कहना है कि "10 कोरोना पॉजीटिव लोगोंं में 4 मरीज ऐसे हैं जिन्होंने एक बार भी कोरोनावायरस की डोज नहीं लगवाई थी, वहीं कुछ मरीज ऐसे हैं जिन्होंने पहली डोज लगवाई है लेकिन दूसरी डोज नहीं लगवाई. इसी वजह से इन लोगों को कोरोनावायरस का संक्रमण हुआ है. जिन लोगों ने दोनों रोज के साथ-साथ बूस्टर डोज भी ली है, उन्हें कोरोनावायरस का संक्रमण दोबारा नहीं हुआ. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को दोनों डोज के अलावा बूस्टर डोज दी गई थी, इसकी वजह से स्वास्थ्य विभाग के किसी कर्मचारी को कोरोनावायरस ने अपनी चपेट में नहीं लिया है."
कोरोना से बचाव के सुझाव: संयुक्त संचालक डॉक्टर संजय मिश्रा ने स्पष्ट किया है कि "कोरोनावायरस को लोग अभी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं, जो घातक साबित हो सकता है और उन्होंने लोगों से अपील है कि कोरोनावायरस की भयावहता हम सब ने देखी है, इसलिए हमें कोरोनावायरस की गाइडलाइन का पालन करना चाहिए. जिन लोगों ने वैक्सीन लगवाने में लापरवाही बरती है उनकी वजह से पूरा समाज एक बार फिर से खतरे में आ सकता है, ऐसे में लोगों को अपना बचाव आप करना चाहिए और संक्रमण की स्थिति जहां भी बन सकती है उन स्थानों से दूर रहना चाहिए."