जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की दूसरी सूची आने के बाद मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में सरगर्मी तेज हो गई है. दूसरी सूची में जबलपुर की पश्चिम विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी ने सभी को चौंकाते हुए सांसद राकेश सिंह को चुनाव मैदान में उतार दिया है. वहीं ऐसी संभावना है कि कांग्रेस यहां से तरुण भनोट को चुनाव मैदान में उतारेगी. तरुण भनोट मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के दौरान वित्त मंत्री रहे हैं. साथ ही जबलपुर की राजनीति में बड़े नेता माने जाते हैं.
राकेश सिंह ने शुरू किया चुनाव प्रचार: बीजेपी प्रत्याशी व सांसद राकेश सिंह ने गुरुवार को दिल्ली से आने के बाद तुरंत चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है. वह सबसे पहले जबलपुर के ग्वारीघाट में सिद्ध घाट पर पहुंचे. वहां जाकर उन्होंने नर्मदा पूजन किया, राकेश सिंह का कहना है कि सांसदों को चुनाव में उतरना भारतीय जनता पार्टी की एक रणनीति है. कांग्रेस ने सांसदों को चुनाव में उतरने के मुद्दे पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी डर गई है. इसीलिए उसने सांसदों को चुनाव में उतारा है. इस सवाल के जवाब में राकेश सिंह का कहना है कि "यह डर नहीं बल्कि साहस है."
तरुण भनोट की प्रतिक्रिया: पश्चिम विधानसभा अभी कांग्रेस के पास है. यहां से कांग्रेस के नेता तरुण भनोट पिछले दो चुनाव जीते हैं. ऐसी संभावना है कि कांग्रेस तरुण भनोट को ही इस विधानसभा क्षेत्र से फिर उम्मीदवार बनाएगी. तरुण भनोट का कहना है कि "राकेश सिंह के खुद चुनाव मैदान में उतरने से यह स्पष्ट हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी डरी हुई है. किसी भी कीमत पर सरकार में आना चाहती है. इसलिए उन्होंने अपनी पूरी ताकत चुनाव में झोंक दी है."
राकेश सिंह और तरुण भनोट में हो सकता है मुकाबला: राकेश सिंह के चुनाव मैदान में खड़े होने से जबलपुर पश्चिम का चुनाव रोचक हो गया है, क्योंकि यदि तरुण भनोट को कांग्रेस टिकट देती है, तो राकेश सिंह तरुण को कड़ी टक्कर देंगे. जनता को यह भी पता है कि यहां के दोनों प्रत्याशियों में से जो जीतेगा, यदि उस पार्टी की सरकार बनती है तो जबलपुर का मंत्री पद उसे ही मिलेगा. वहीं दोनों प्रत्याशियों में से जिसकी हार होती है. उसके सामने आगे की राजनीति की राह आसान नहीं होगी. इसलिए दोनों ही प्रत्याशी इस चुनाव को जीतने में एड़ी चोटी का जोर लगाएंगे.