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जल्द शुरू होगी सातवीं आर्थिक जनगणना, जबलपुर में 3 संभाग के सांख्यिकी अधिकारी ट्रेनिंग में हुए शामिल

सांख्यकी मंत्रालय द्वारा प्रदेश में आर्थिक आधार पर सातवीं जनगणना के लिए योजना बनाई जा रही है. इस योजना के तहत जबलपुर में सांख्यकी मंत्रालय द्वारा प्रदेश में आर्थिक आधार पर सातवीं जनगणना के लिए योजना बनाई जा रही है.

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Published : Jun 17, 2019, 2:50 PM IST

सातवीं आर्थिक जनगणना की तैयारी हुई शुरु

जबलपुर। देश को मजबूत बनाने और लोगों को गरीबी से ऊपर उठाने के लिए केंद्र सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है. जिसके तहत सांख्यकी मंत्रालय द्वारा प्रदेश में आर्थिक आधार पर सातवीं जनगणना के लिए योजना बनाई जा रही है. इस योजना के तहत जबलपुर में सांख्यकी मंत्रालय द्वारा जनगणना का काम करने लोगों के लिए राज्य स्तरीय ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है. इस ट्रेनिंग में जबलपुर,सागर और शहडोल संभाग के लगभग 16 सांख्यिकी विभाग के अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए.


इस ट्रेनिंग में गणना करने वाले कर्मचारियों को ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों में आंकड़ा संग्रह एवं पर्यवेक्षण में उपयोग में लाई जाने वाली प्रमुख अवधारणाओं,प्रक्रियाओं, डिजिटल प्लेटफॉर्म और अनुप्रयोग के बारे में ट्रेनिंग दी गई. वर्तमान आर्थिक जनगणना में सांख्यिकी मंत्रालय ने सातवीं आर्थिक जनगणना के लिए एजेंसी के रूप में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत सीएससी ई गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के साथ साझेदारी की है.

सातवीं आर्थिक जनगणना की तैयारी हुई शुरु


⦁ 1977 में शुरु हुई ती पहली आर्थिक जनगणना
⦁ 1980 में हुई दूसरी आर्थिक जनगणना
⦁ 1990 में संचालित हुई थी तीसरी जनगणना
⦁ चौथी आर्थिक जनगणना 1998 में
⦁ पांचवी 2005 में संचालित की गई थी
⦁ छठी आर्थिक जनगणना 2013 में संचालित हुई


सांख्यिकी मंत्रालय के अधिकारियों की मानें तो आर्थिक तौर पर होने वाली इस जनगणना का फायदा लोगों को मिलेगा और उनका जीवन स्तर ऊपर उठेगा.

जबलपुर। देश को मजबूत बनाने और लोगों को गरीबी से ऊपर उठाने के लिए केंद्र सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है. जिसके तहत सांख्यकी मंत्रालय द्वारा प्रदेश में आर्थिक आधार पर सातवीं जनगणना के लिए योजना बनाई जा रही है. इस योजना के तहत जबलपुर में सांख्यकी मंत्रालय द्वारा जनगणना का काम करने लोगों के लिए राज्य स्तरीय ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है. इस ट्रेनिंग में जबलपुर,सागर और शहडोल संभाग के लगभग 16 सांख्यिकी विभाग के अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए.


इस ट्रेनिंग में गणना करने वाले कर्मचारियों को ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों में आंकड़ा संग्रह एवं पर्यवेक्षण में उपयोग में लाई जाने वाली प्रमुख अवधारणाओं,प्रक्रियाओं, डिजिटल प्लेटफॉर्म और अनुप्रयोग के बारे में ट्रेनिंग दी गई. वर्तमान आर्थिक जनगणना में सांख्यिकी मंत्रालय ने सातवीं आर्थिक जनगणना के लिए एजेंसी के रूप में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत सीएससी ई गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के साथ साझेदारी की है.

सातवीं आर्थिक जनगणना की तैयारी हुई शुरु


⦁ 1977 में शुरु हुई ती पहली आर्थिक जनगणना
⦁ 1980 में हुई दूसरी आर्थिक जनगणना
⦁ 1990 में संचालित हुई थी तीसरी जनगणना
⦁ चौथी आर्थिक जनगणना 1998 में
⦁ पांचवी 2005 में संचालित की गई थी
⦁ छठी आर्थिक जनगणना 2013 में संचालित हुई


सांख्यिकी मंत्रालय के अधिकारियों की मानें तो आर्थिक तौर पर होने वाली इस जनगणना का फायदा लोगों को मिलेगा और उनका जीवन स्तर ऊपर उठेगा.

Intro:जबलपुर
देश को मजबूत बनाने और लोगों को गरीबी से ऊपर उठाने के लिए केंद्र सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है जिसके तहत सांख्यकी मंत्रालय द्वारा प्लानिंग के तहत हर प्रदेश में आर्थिक आधार पर सातवीं जनगणना के लिए योजना बनाई जा रही है।इस योजना के तहत जबलपुर में सांख्यकी मंत्रालय द्वारा जनगणना का काम करने लोगों के लिए राज्य स्तरीय ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है।इस ट्रेनिंग में जबलपुर,सागर और शहडोल संभाग के लगभग 16 सांख्यिकी विभाग के अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए।


Body:इस ट्रेनिंग में गणना करने वाले कर्मचारियों को ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों में आंकड़ा संग्रह एवं पर्यवेक्षण में उपयोग में लाई जाने वाली प्रमुख अवधारणाओं,प्रक्रियाओं, डिजिटल प्लेटफॉर्म और अनुप्रयोग के बारे में ट्रेनिंग दी गई। वर्तमान आर्थिक जनगणना में सांख्यिकी मंत्रालय ने सातवीं आर्थिक जनगणना के लिए एजेंसी के रूप में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत सीएससी ई गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के साथ साझेदारी की है।


Conclusion:पहली आर्थिक जनगणना 1977 में आरंभ की गई थी जबकि दूसरी आर्थिक जनगणना 1980 में,तीसरी जनगणना 1990 में संचालित हुई थी इसी तरह चौथी आर्थिक जनगणना 1998 में और पांचवी 2005 में संचालित की गई थी जबकि छठी आर्थिक जनगणना 2013 में संचालित हुई।सांख्यिकी मंत्रालय के अधिकारियों की मानें तो आर्थिक तौर पर होने वाली इस जनगणना का फायदा लोगों को मिलेगा और उनका जीवन स्तर ऊपर उठेगा।
बाईट.1-अमिताभ शाह.....डीजीसी, सांख्यिकी मंत्रालय
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