बुरहानपुर: प्रधामनमंत्री किसान सम्मान निधि के एक लाभार्थी किसान को कागजों पर मृत घोषित कर दिया गया. जिसके चलते किसान फूलसिंह की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि बंद हो चुकी है. पीड़ित बुजुर्ग व्यक्ति को अभी तक किसान सम्मान निधि की कुल 14 किस्त मिल चुकी है. पिछले 6 महीने से निधि का पैसा नहीं मिलने पर उन्होंने जब इसकी जानकारी निकाली तो सरकारी सिस्टम की लापरवारी का पता चला. फूलसिंह ने जिला कार्यालय पहुंचकर अपने जिंदा होने का सबूत देते हुए कलेक्टर से कागजात में सुधार करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
जिंदा आदमी को कागजों पर मृत घोषित किया
मामला नेपानगर तहसील के डवाली कला गांव का है. यहां के निवासी फूलसिंह की किसान सम्मान निधी बंद हो गई है. पीड़ित, प्रगतिशील किसान संगठन के जिला संयोजक शिवकुमार सिंह कुशवाहा के साथ जनसुनावाई में अपनी समस्या लेकर पहुंचे थे. उन्होंने बुरहानपुर कलेक्टर भव्या मित्तल से गुहार लगाई कि, मैं जिंदा हूं, लेकिन मुझे सरकारी दस्तावेज में मृत घोषित कर दिया गया है.
फूलसिंह ने कहा, "इस मामले को लेकर मैंने ग्राम पंचायत डवाली कला में सरपंच और पटवारी से शिकायत भी की थी, लेकिन उन्होंने इसे अनदेखा कर दिया."
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दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
फूलसिंह ने जनसुनवाई में कलेक्टर भव्या मित्तल को प्रार्थना पत्र सौंपकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की. इसके अलावा उन्होंने कलेक्टर से अपने कागजात सही करवाने और इस दौरान छूटी हुई किसान सम्मान निधि की राशि को दिलवाने की भी गुहार लगाई. प्रगतिशील किसान संगठन के जिला संयोजक शिवकुमार कुशवाहा ने भी किसान का समर्थन करते हुए कहा, "हम सभी इस पीड़ित किसान के साथ हैं."