ETV Bharat / state

मंत्री लखन घनघोरिया ने वकील से मांगी माफी, हाईकोर्ट की नसीहत- न्यायालय की इज्जत करो - jabalpur highcourt news

जबलपुर में नगर-निगम के वकील को सार्वजनिक मंच से धमकी देने के मामले में कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया ने हाईकोर्ट से माफी मांगी है. जिस पर हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि मंत्री सरकार का हिस्सा होते हैं और उन्हें न्यायालय की इज्जत करनी चाहिए.

मंत्री लखन घनघोरिया ने कोर्ट से मांगी माफी
author img

By

Published : Sep 26, 2019, 8:39 PM IST

जबलपुर। नगर-निगम के वकील को सार्वजनिक मंच से धमकी देने के मामले में कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया ने हाईकोर्ट से माफी मांगी है. माफी मांगने के बाद कोर्ट ने नसीहत देते कहा वह सार्वजनिक जीवन में भी न्यायालय की इज्जत करे.

मंत्री लखन घनघोरिया ने कोर्ट से मांगी माफी

बीते दिनों मंत्री लखन घनघोरिया ने सार्वजनिक मंच से नगर-निगम के वकील अंशुमान सिंह को धमकी दी थी. जिसके लिए उन्होंने लिखित शपथ पत्र के जरिए माफी मांगी है. जिस पर कोर्ट का कहना है कि सिर्फ लिखित माफी मांग लेने से मामला खत्म नहीं हो जाता बल्कि लखन घनघोरिया को अपने कामकाज से भी ऐसा साबित करना होगा कि वे कोर्ट की इज्जत करते हैं.

जबलपुर में पहाड़ियों पर अतिक्रमण को हटाने के लिए एक जनहित याचिका लगाई गई थी. जिससे सिद्ध बाबा पहाड़ी के लोग परेशान थे और अपनी परेशानियों को हल करने के लिए उन्होंने सभा आयोजित कर स्थानीय विधायक और मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया को आमंत्रित किया.

इस सभा में मंत्री लखन घनघोरिया ने अपने भाषण में नगर-निगम के वकील अंशुमान सिंह को धमकी भरे लहजे में समझाइश दी थी. इसी को मुद्दा बनाकर अंशुमान सिंह की तरफ से हाईकोर्ट में एक इंटरवेंशन पेश किया गया था और कहा गया था कि लखन घनघोरिया कोर्ट की कार्यवाही में दखल कर रहे हैं.जिस पर कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा गया था.

सरकार की तरफ से हाईकोर्ट में जवाब पेश किया गया. जिसमें कहा गया कि लखन घनघोरिया से गलती हो गई थी उनकी मंशा कोर्ट की अवमानना करना या किसी वकील को धमकाना नहीं था और वे माफी चाहते हैं. इस पर हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि मंत्री सरकार का हिस्सा होते हैं और उन्हें संयम बरतना चाहिए.

जबलपुर। नगर-निगम के वकील को सार्वजनिक मंच से धमकी देने के मामले में कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया ने हाईकोर्ट से माफी मांगी है. माफी मांगने के बाद कोर्ट ने नसीहत देते कहा वह सार्वजनिक जीवन में भी न्यायालय की इज्जत करे.

मंत्री लखन घनघोरिया ने कोर्ट से मांगी माफी

बीते दिनों मंत्री लखन घनघोरिया ने सार्वजनिक मंच से नगर-निगम के वकील अंशुमान सिंह को धमकी दी थी. जिसके लिए उन्होंने लिखित शपथ पत्र के जरिए माफी मांगी है. जिस पर कोर्ट का कहना है कि सिर्फ लिखित माफी मांग लेने से मामला खत्म नहीं हो जाता बल्कि लखन घनघोरिया को अपने कामकाज से भी ऐसा साबित करना होगा कि वे कोर्ट की इज्जत करते हैं.

जबलपुर में पहाड़ियों पर अतिक्रमण को हटाने के लिए एक जनहित याचिका लगाई गई थी. जिससे सिद्ध बाबा पहाड़ी के लोग परेशान थे और अपनी परेशानियों को हल करने के लिए उन्होंने सभा आयोजित कर स्थानीय विधायक और मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया को आमंत्रित किया.

इस सभा में मंत्री लखन घनघोरिया ने अपने भाषण में नगर-निगम के वकील अंशुमान सिंह को धमकी भरे लहजे में समझाइश दी थी. इसी को मुद्दा बनाकर अंशुमान सिंह की तरफ से हाईकोर्ट में एक इंटरवेंशन पेश किया गया था और कहा गया था कि लखन घनघोरिया कोर्ट की कार्यवाही में दखल कर रहे हैं.जिस पर कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा गया था.

सरकार की तरफ से हाईकोर्ट में जवाब पेश किया गया. जिसमें कहा गया कि लखन घनघोरिया से गलती हो गई थी उनकी मंशा कोर्ट की अवमानना करना या किसी वकील को धमकाना नहीं था और वे माफी चाहते हैं. इस पर हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि मंत्री सरकार का हिस्सा होते हैं और उन्हें संयम बरतना चाहिए.

Intro:नगर निगम के वकील को सार्वजनिक मंच से धमकी देने के मामले में मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया ने हाईकोर्ट में मांगी माफी कोर्ट ने कहा सार्वजनिक जीवन में भी न्यायालय की इज्जत करने का काम करें


Body:जबलपुर मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया ने बीते दिनों सार्वजनिक मंच से नगर निगम के वकील अंशुमान सिंह को धमकी दी थी इसी मुद्दे पर आज लखन घनघोरिया ने अपने लिखित शपथ पत्र के जरिए माफी मांगी है कोर्ट का कहना है कि मंत्री जी सिर्फ लिखित माफी मांग लेने से मामला खत्म नहीं हो जाता बल्कि लखन घनघोरिया को अपने कामकाज से भी ऐसा साबित करना होगा कि वे कोर्ट की इज्जत करते हैं

दरअसल जबलपुर में पहाड़ियों पर अतिक्रमण के लिए एक जनहित याचिका लगाई गई थी हाईकोर्ट में जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए शहर की मदन महल पहाड़ी से अतिक्रमण को हटाने का आदेश दिया इस कार्यवाही में मदन महल पहाड़ी से 1000 से ज्यादा मकान अलग किए गए हैं अभी मदन महल पहाड़ी की कार्यवाही पूरी भी नहीं हुई है उसके पहले ही याचिकाकर्ता नहीं शहर की दूसरी पहाड़ियों से भी अतिक्रमण हटाने की मांग कर दी कोर्ट ने नगर निगम को आदेश दिया इस शहर की सिद्ध बाबा पहाड़ी पर से अतिक्रमण अलग किया जाए नगर निगम ने लगभग 1000 मकानों को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया इसकी वजह से सिद्ध बाबा पहाड़ी के लोग परेशान हो गए और उन्होंने अपनी समस्या के समाधान के लिए स्थानीय विधायक और मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया को आमंत्रित किया इसी सभा में जिसमें लगभग 5000 से ज्यादा लोग मौजूद थे लखन घनघोरिया ने अपने भाषण में नगर निगम के वकील अंशुमान सिंह को समझाइश देने की बात कही थी लेकिन उनका लहजा धमकी भरा था इसी को मुद्दा बनाकर अंशुमान सिंह की ओर से हाईकोर्ट में एक इंटरवेंशन पेश किया गया था और यह कहा गया था कि लखन घनघोरिया कोर्ट की कार्यवाही में दखल कर रहे हैं इसी मुद्दे पर सरकार से भी जवाब मांगा गया था सरकार की ओर से आज हाईकोर्ट में जवाब पेश किया गया और उसमें यह कहा गया है कि लखन घनघोरिया से गलती हो गई थी उनकी मंशा कोर्ट की अवमानना करना या किसी वकील को धमकाना नहीं था और वे माफी चाहते हैं

इस पर हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि मंत्री सरकार का हिस्सा होते हैं और उन्हें संयम बरतना चाहिए


Conclusion:भले ही मंत्री लखन घनघोरिया ने कोर्ट में माफी मांग ली हो लेकिन अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करने बाला नगर निगम का अमला इस पूरी घटना से डरा हुआ है और अब सिद्ध बाबा पहाड़ी से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही जल्द होगी ऐसा नहीं जान पड़ता बाइट शशांक शेखर महाधिवक्ता मध्यप्रदेश शासन
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.