जबलपुर। खेलो इंडिया के तहत खेलों को बढ़ावा देने केंद्र सरकार लगातार कोशिश कर रही है, ताकि लोगों में क्रिकेट के अलावा दूसरे खेलों के प्रति भी जुनून पैदा हो सके. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदो से अपने-अपने संसदीय क्षेत्रो में खेलों पर भी ध्यान देने की अपील की थी. पीएम मोदी की इसी अपील पर लोकसभा के मुख्यसचेतक और जबलपुर से भाजपा के सांसद राकेश सिंह द्धारा खेलो इंडिया की तर्ज पर 12 जनवरी से 23 जनवरी तक खेलो जबलपुर का आयोजन किया जा रहा है.
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इस जिला कुंभ में पारंपरिक खेल भी होंगेः 11 दिवसीय खेलों के इस जिला स्तरीय खेलकुंभ का शुभारंभ आज 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती के मौके पर केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक ने रानीताल स्टेडियम में किया. खेलो जबलपुर के तहत आयोजित होने वाले खेलों में क्रिकेट,कबड्डी, खो-खो के अलावा कंचा, गिल्ली डंडा जैसे पारंपरिक खेल भी खेले जाएंगे. इन खेलों में विशेष तौर से महिलाओं का पसंदीदा खेल पिट्टू भी खेला जाएगा. खेलो जबलपुर के दौरान संक्रांति के मौके पर पतंग महोत्सव का आयोजन भी किया जाएगा. (Traditional games will also be organized)
यह महोत्सव अत्यंत लाभकारी होगाः इस मौके पर केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक ने इस खेल महोत्सव कार्यक्रम की तारीफ करते हुए कहा कि, सब के सहयोग से आगे बढ़ रहा है यह महोत्सव अत्यंत लाभकारी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस खेल महोत्सव के माध्यम से जबलपुर के खिलाड़ियों को प्रांतीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर खेलने का मौका मिलेगा. खेल महोत्सव के माध्यम से सिर्फ जानेमाने खेल ही नहीं बल्कि हमारे पारंपरिक खेल से भी लोगों को जोड़ने का मौका मिलेगा. (This festival will be very beneficial)
प्रवासी भारतीयों को अपनी माटी से जुड़ने के मौका मिलाः दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक ने भारतीय प्रवासी सम्मेलन पर कहा कि, प्रवासी भारतीय सम्मेलन के जरिए प्रवासी भारतीयों को देश की माटी से जुड़ने का मौका मिल रहा है. यही नहीं केंद्रीय मंत्री के अनुसार प्रवासी भारतीय, सम्मेलन के जरिए बहुत से महत्वपूर्ण अनुभव लेकर जा रहे हैं. प्रवासी भारतीय यहां आकर अपनी जड़ों को तलाशते हैं. उन्होंने कहा कि कई भारतीय प्रवासी यहां आकर वाराणसी, गया जैसी जगहों पर जाकर अपनी वंशावली को भी ढूंढ़ने का प्रयास करते हैं. (NRI got a chance to connect with their soil)