जबलपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान का अब व्यापक असर को देखने मिल रहा है. एक ओर जहां लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हुए हैं वहीं कुछ लोग दूसरों को भी गंदगी फैलाने से रोकने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं. इसी कड़ी में जबलपुर के 5 युवा इंजीनियर्स ने मिलकर स्मार्ट यूनिपोल बनाया है. ये स्मार्ट पोल लोगों को गंदगी फैलाने से रोकेगा. गंदगी फैलानेवाले को ये सतर्क करेगा, साथ ही उसकी फोटो भी खींचेगा. ये यूनिपोल सौर ऊर्जा से चलता है.
कचरा फैलाया तो कटेगा चालान!
जबलपुर के युवाओं ने स्मार्ट यूनिपोल बनाया है जो लोगों को गंदगी करने से रोकने का काम करेगा और यदि फिर भी कोई गंदगी करता है तो उसकी तस्वीर लेकर संबंधित विभाग को भेज देगा. जहां गंदगी फैलाने वाले के खिलाफ चालान की कार्रवाई की जा सकेगी. शहर के पांच युवा इंजीनियर्स ने यह तकनीक ट्रैफिक विभाग के उन कैमरों से प्रेरित होकर विकसित की है जिसका उपयोग यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए किया जाता है.
हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस स्मार्ट यूनिपोल
इंजीनियर विवेक बताते हैं कि इस स्मार्ट यूनिपोल में हाई रिजॉल्यूशन कैमरा, स्पीकर और सोलर पैनल लगाया गया है. यानि यह सौर ऊर्जा से संचालित होता है, जिसमें बिजली की जरूरत नहीं है. इस कैमरे की रेंज लगभग 50 मीटर है. इसे किसी भी स्थान पर आसानी से लगाया जा सकता है. जहां कैमरे की जद में आने वाला शख्स यदि कचरा फेंकता है या किसी भी प्रकार से गंदगी करता है तो सबसे पहले इसमें लगा स्पीकर उसे अलर्ट करता है. फिर भी यदि वह व्यक्ति गंदगी करता है तो स्मार्ट यूनिपोल में लगा कैमरा उसकी तस्वीर लेकर संबंधित विभाग को भेज देता है, जहां से उस शख्स के खिलाफ चालान काटा जाएगा.
शुरुआत में दो यूनिपोल लगाने की योजना
प्राथमिक तौर पर जबलपुर इन्क्यूबेशन सेंटर के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में इस यूनिपोल को और भी बेहतर बनाने का काम किया जा रहा है. विवेक और उनकी टीम ने कुछ दिन पहले नगर निगम कमिश्नर के सामने इसका प्रजेंटेशन भी दिया था. उन्होंने बताया कि जल्द ही इसके दो प्रोटोटाइप बनाकर तय स्थान पर लगाए जाने की बात है. इस यूनिपोल का क्या असर होता है इसका परीक्षण किया जाएगा.