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'जीवनदायी हूं मैं, मेरी जान बचाओ'...पेड़ ने आवेदन देकर पुलिस से लगाई सुरक्षा की गुहार

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Published : May 7, 2023, 6:35 AM IST

Updated : May 7, 2023, 8:05 AM IST

जबलपुर से एक अनोखा मामला सामने आया है. एक पेड़ ने अपनी जान की सुरक्षा के लिए पुलिस से मदद मांगी है. दरअसल दो लोगों के बीच पेड़ को लेकर विवाद हो गया. एक पक्ष का कहना है कि फूल और पत्तियों के गिरने से सड़क पर कचरा होता, इसलिए पेड़ को काट दिया जाए. वहीं पेड़ लगाने वाले ने पेड़ को बचाने के लिए थाने में शिकायत दर्ज कराई है.

Dispute between 2 group over tree in jabalpur
पेड़ को लेकर 2 पक्षों में विवाद
पेड़ ने आवेदन देकर पुलिस से लगाई सुरक्षा की गुहार

जबलपुर। कोरोना काल के दौरान पूरी दुनिया को पता चल गया कि ऑक्सीजन की क्या कीमत होती है. ऑक्सीजन के लिए जब पूरी दुनिया तड़प रही थी और इसी ऑक्सीजन के कारण लाखो लोग काल के मुंह में समा भी गए. लेकिन पेड़ पौधे ही थे जो लोगों को शुद्ध एवं ताजी ऑक्सीजन देकर मौत के मुंह से बचा रहे थे. अब उसी पेड़ को अपनी जिंदगी की भीख मांगना पड़ रही है. मध्यप्रदेश की संस्कारधानी कहे जाने वाले जबलपुर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां अपनी जान की परवाह करते हुए एक पेड़ को अपनी जान की सुरक्षा के लिए पुलिस से मदद मांगनी पड़ी. जिसके लिए पुलिस थाने में आवेदन भी दिया गया है और अब यह वृक्ष गले में पोस्टर टांग कर अपनी जान की भीख मांग रहा है...मेरी जान बचाओ...मेरी जान बचाओ.

पेड़ बचाने की पुलिस से गुहार: दरअसल यह पूरा मामला जबलपुर के धनवंतरी नगर पुलिस चौकी के जसूजा सिटी फेस टू का है. जहां फेस टू में रहने वाले हेमंत तिवारी और जितेंद्र तिवारी के बीच इस वृक्ष को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि वृक्ष को अपनी जान की पुलिस से भीख मांगनी पड़ी. हेमंत तिवारी ने 10 वर्ष पहले अपने घर के पास कन्हेर पुष्प का वृक्ष लगाया था. हेमंत तिवारी ने सोचा था कि यह पेड़ बड़ा होकर पशु पक्षियों को छाया तो देगा ही साथ ही आम जनमानस को पुष्प भी देगा. लेकिन इस वृक्ष को नहीं पता था कि वह दो परिवारों के बीच विवाद की वजह बनेगा. जिसके बाद अब हेमंत तिवारी के सामने रहने वाले जितेंद्र तिवारी ने पेड़ काटने की धमकी दी है. जिस कारण हेमंत तिवारी को पेड़ की जान की गुहार पुलिस से लगानी पड़ी.

पड़ोसी ने दी पेड़ काटने की धमकी: वहीं, पूरे मामले में धनवंतरी नगर चौकी प्रभारी सतीश झारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि ''पुलिस थाने में एक शिकायत आई थी, जिसमें एक वृक्ष ने अपनी जान की गुहार लगाई है. वृक्ष का बस इतना गुनाह है कि पेड़ में होने वाले पुष्प और पत्तियों के गिरने से सड़कों पर कचरा होता है, जिसके कारण जितेंद्र तिवारी को इससे आपत्ति है और उन्होंने हेमंत तिवारी को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस वृक्ष से एक भी पुष्प गिरा तो वह इस वृक्ष को जड़ से खत्म कर देंगे. इसके बाद हेमंत तिवारी ने पुलिस थाने पहुंचकर एक आवेदन देते हुए पेड़ को बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई.'' अजीबोगरीब शिकायत मिलने के बाद धनवंतरी नगर चौकी प्रभारी सतीश झारिया पुलिस स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और पर्यावरण का हवाला देते हुए जितेंद्र तिवारी और उनके परिवार को समझाया, जिसके बाद मामला शांत हुआ.

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हर दिन 230 लीटर ऑक्सीजन देता है पेड़: धनवंतरी नगर चौकी प्रभारी सतीश झारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि ''एक स्वस्थ पेड़ हर दिन लगभग 230 लीटर ऑक्सीजन देता है, जिससे सात लोगों को प्राण वायु मिल पाती है. यदि हम इसके आसपास कचरा जलाते हैं तो इसकी ऑक्सीजन उत्सर्जित करने की क्षमता आधी हो जाती है. इस तरह हम तीन लोगों से उसकी जिंदगी छीन लेते हैं. आज पेड़ों की कटाई पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुकी है, इसलिए पौधे लगाने के साथ-साथ हमें पेड़ों को बचाने की जरूरत है, इसके लिए हमें जागरूक होने की जरूरत है. अपने आसपास पेड़ों को न कटने दें, उसका विरोध करें. उसके आसपास आग न लगाएं. इसके अलावा किसी भी स्थान पर 50 मीटर की दूरी पर एक पेड़ जरूर होना चाहिए. इससे वहां के रहवासियों को पर्याप्त मात्रा में शुद्ध हवा मिलेगी और लोग स्वस्थ रहेंगे.'' इसके साथ ही उन्होंने सभी से एक पेड़ लगाने और पेड़ों को संरक्षित करने के लिए उन्हें बचाने की अपील भी की है.

पेड़ ने आवेदन देकर पुलिस से लगाई सुरक्षा की गुहार

जबलपुर। कोरोना काल के दौरान पूरी दुनिया को पता चल गया कि ऑक्सीजन की क्या कीमत होती है. ऑक्सीजन के लिए जब पूरी दुनिया तड़प रही थी और इसी ऑक्सीजन के कारण लाखो लोग काल के मुंह में समा भी गए. लेकिन पेड़ पौधे ही थे जो लोगों को शुद्ध एवं ताजी ऑक्सीजन देकर मौत के मुंह से बचा रहे थे. अब उसी पेड़ को अपनी जिंदगी की भीख मांगना पड़ रही है. मध्यप्रदेश की संस्कारधानी कहे जाने वाले जबलपुर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां अपनी जान की परवाह करते हुए एक पेड़ को अपनी जान की सुरक्षा के लिए पुलिस से मदद मांगनी पड़ी. जिसके लिए पुलिस थाने में आवेदन भी दिया गया है और अब यह वृक्ष गले में पोस्टर टांग कर अपनी जान की भीख मांग रहा है...मेरी जान बचाओ...मेरी जान बचाओ.

पेड़ बचाने की पुलिस से गुहार: दरअसल यह पूरा मामला जबलपुर के धनवंतरी नगर पुलिस चौकी के जसूजा सिटी फेस टू का है. जहां फेस टू में रहने वाले हेमंत तिवारी और जितेंद्र तिवारी के बीच इस वृक्ष को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि वृक्ष को अपनी जान की पुलिस से भीख मांगनी पड़ी. हेमंत तिवारी ने 10 वर्ष पहले अपने घर के पास कन्हेर पुष्प का वृक्ष लगाया था. हेमंत तिवारी ने सोचा था कि यह पेड़ बड़ा होकर पशु पक्षियों को छाया तो देगा ही साथ ही आम जनमानस को पुष्प भी देगा. लेकिन इस वृक्ष को नहीं पता था कि वह दो परिवारों के बीच विवाद की वजह बनेगा. जिसके बाद अब हेमंत तिवारी के सामने रहने वाले जितेंद्र तिवारी ने पेड़ काटने की धमकी दी है. जिस कारण हेमंत तिवारी को पेड़ की जान की गुहार पुलिस से लगानी पड़ी.

पड़ोसी ने दी पेड़ काटने की धमकी: वहीं, पूरे मामले में धनवंतरी नगर चौकी प्रभारी सतीश झारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि ''पुलिस थाने में एक शिकायत आई थी, जिसमें एक वृक्ष ने अपनी जान की गुहार लगाई है. वृक्ष का बस इतना गुनाह है कि पेड़ में होने वाले पुष्प और पत्तियों के गिरने से सड़कों पर कचरा होता है, जिसके कारण जितेंद्र तिवारी को इससे आपत्ति है और उन्होंने हेमंत तिवारी को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस वृक्ष से एक भी पुष्प गिरा तो वह इस वृक्ष को जड़ से खत्म कर देंगे. इसके बाद हेमंत तिवारी ने पुलिस थाने पहुंचकर एक आवेदन देते हुए पेड़ को बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई.'' अजीबोगरीब शिकायत मिलने के बाद धनवंतरी नगर चौकी प्रभारी सतीश झारिया पुलिस स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और पर्यावरण का हवाला देते हुए जितेंद्र तिवारी और उनके परिवार को समझाया, जिसके बाद मामला शांत हुआ.

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हर दिन 230 लीटर ऑक्सीजन देता है पेड़: धनवंतरी नगर चौकी प्रभारी सतीश झारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि ''एक स्वस्थ पेड़ हर दिन लगभग 230 लीटर ऑक्सीजन देता है, जिससे सात लोगों को प्राण वायु मिल पाती है. यदि हम इसके आसपास कचरा जलाते हैं तो इसकी ऑक्सीजन उत्सर्जित करने की क्षमता आधी हो जाती है. इस तरह हम तीन लोगों से उसकी जिंदगी छीन लेते हैं. आज पेड़ों की कटाई पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुकी है, इसलिए पौधे लगाने के साथ-साथ हमें पेड़ों को बचाने की जरूरत है, इसके लिए हमें जागरूक होने की जरूरत है. अपने आसपास पेड़ों को न कटने दें, उसका विरोध करें. उसके आसपास आग न लगाएं. इसके अलावा किसी भी स्थान पर 50 मीटर की दूरी पर एक पेड़ जरूर होना चाहिए. इससे वहां के रहवासियों को पर्याप्त मात्रा में शुद्ध हवा मिलेगी और लोग स्वस्थ रहेंगे.'' इसके साथ ही उन्होंने सभी से एक पेड़ लगाने और पेड़ों को संरक्षित करने के लिए उन्हें बचाने की अपील भी की है.

Last Updated : May 7, 2023, 8:05 AM IST
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