जबलपुर। जिले के सर्प विशेषज्ञ गढ़ा निवासी गजेंद्र दुबे को कोबरा ने डस लिया है. गजेंद्र दुबे को सूचना मिली थी कि भेड़ाघाट में करीब 3 फीट लंबा कोबरा है. जानकारी के बाद सर्प विशेषज्ञ आनन-फानन में भेड़ाघाट स्थित जिलेटिन फैक्ट्री पहुंचे. यहां रेस्क्यू के दौरान कोबरा ने उनके हाथ पर काट लिया. इसके बाद भी उन्होंने कोबरा को पकड़कर जंगल में छोड़ा. बाद में हालत गंभीर होने पर गजेंद्र दुबे को जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.
कई जहरीले जानवरों का किया है रेस्क्यू: गजेंद्र दुबे जबलपुर के जाने-माने सर्प विशेषज्ञ हैं. उन्होंने खतरनाक कोबरा सांपों के साथ कई जहरीले जानवरों का रेस्क्यू किया है. उन्होंने न केवल शहर में रह रहे लोगों को जहरीले जानवरों से बचाया है, बल्कि इन जानवरों को भी उनके प्राकृतिक आवास तक छोड़ने का काम किया है.
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एंटी पोचिंग यूनिट नहीं देता ध्यान: कोबरा के डसने से गजेंद्र दुबे के हाथ पर सूजन है. इन्हें जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है. डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी सांप के काटने का जहर 72 घंटों तक शरीर में प्रभाव छोड़ता है. इसलिए अगले 72 घंटे तक इलाज जारी रहेगा. गजेंद्र दुबे का कहना है कि "जहरीले जानवरों को पकड़ने का काम सरकार का है. सरकार का एंटी पोचिंग डिपार्टमेंट है, लेकिन इसका रिस्पांस सही टाइम पर नहीं मिलता है".