जबलपुर। शहर में स्मार्ट सिटी परियोजना से रानीताल का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. इस परियोजना के तहत किए जा रहे काम में लगभग 45 करोड़ खर्च किया जा रहा है. तालाब के चारों तरफ बाउंड्री वॉल बनाई गई है. इस बाउंड्री वॉल का लगभग 50 फीट हिस्सा अचानक भरभरा कर गिर गया. बाउंड्री वॉल के ठीक पीछे बने घर की एक महिला दब गई. हालांकि महिला को बचा लिया गया लेकिन इससे निर्माण कार्य का भ्रष्टाचार उजागर हो गया.
नहीं तैयार किया बेस: यह बाउंड्री वॉल लगभग 300 मीटर लंबी है. जब यह गिरी तो इसके नीचे ना तो कोई बीम नजर आई और ना ही कोई पिल्लर. ऐसा लगता है कि सीमेंट के साथ सीधे ईटें 10 फीट की ऊंचाई तक जोड़कर काम रफा-दफा कर दिया गया. जहां यह काम चल रहा है वहां किसी का आना-जाना नहीं है. एक तरफ नाला है और दूसरी तरफ कंस्ट्रक्शन वालों ने रोड जाम कर दी है. इस वजह से यह निर्माण कार्य किसी की नजर में नहीं आया.
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जांच की मांग: स्मार्ट सिटी के इंजीनियरों के फोन अचानक से बंद हो गए. बाउंड्री वॉल गिरने की खबर के बाद कोई अधिकारी सामने नहीं आए. क्योंकि यह बाउंड्री वॉल लगभग 300 मीटर लंबी है. यदि इसकी जांच शुरू हुई तो कई इंजीनियर और ठेकेदार के भ्रष्टाचार की पोल खुल जाएगी. मौके पर पहुंचे जबलपुर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने स्मार्ट सिटी द्वारा कराए जा रहे सभी कार्योंं की जांच कराने की मांग की है. इसके साथ ही थोड़ी बहुत बची दीवार को जब हाथ लगाया गया तो वो भी भरभराकर गिर गई.