जबलपुर। शहर के जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में विधानसभा चुनाव ड्यूटी करने के लिए मतदान दल जा रहे थे. इसी दौरान एक कर्मचारी को अचानक दिल का दौरा पड़ा. दिल का दौरा पड़ते ही कर्मचारी बेहोश हो गया. ये देखते ही पास में ही खड़े आरपीएफ जवान उसकी मदद करने के लिए दौड़े. आरपीएफ जवानों ने फुर्ती दिखाकर कर्मचारी को संभाला. इसके बाद तुरंत सीपीआर दिया. सीपीआर देने की वजह से थोड़ी देर में ही कर्मचारी के शरीर में हलचल शुरू हुई.
युवक का अस्पताल में उपचार : प्राथमिक उपचार के बाद इस कर्मचारी को तुरंत अस्पताल पहुंचा दिया गया, जहां युवक का इलाज चल रहा है. पुलिस कर्मियों की तत्परता की वजह से इस युवक की जान बच गई. सीपीआर देने वाले आरक्षक भारत सिंह सिंह, आरक्षी एसके वर्मा, आरक्षी रोहित कुमार और रवि कुमार का कहना है कि उन्होंने मामले की नजाकत देखकर तत्परता दिखाई और उसकी जन बच गई. अब आरपीएफ जवानों के साहस व तत्परता की तारीफ सारे कर्मचारी कर रहे हैं.
ALSO READ: |
सीपीआर की ट्रेनिंग जरूरी : बता दें कि सीपीआर देने की ट्रेनिंग सभी को दी जानी चाहिए, क्योंकि जिस तरीके से हार्ट अटैक के मामले सामने आ रहे हैं, उसमें पीड़ित मरीज को अस्पताल तक पहुंचने में थोड़ी देरी हुई तो मामला बिगड़ जाता है. इसलिए सीपीआर की ट्रेनिंग बहुत काम आ सकती है. इस घटना में गनीमत ये रही कि पुलिस कर्मचारियों को इसकी ट्रेनिंग दी जाती है. इसकी वजह से इस युवक की जान बच गई. कुछ दिनों पहले भी मतदान ड्यूटी में ही लगे हुए एक कर्मचारी को इसी तरीके से दिल का दौरा पड़ा था, लेकिन किसी ने सीपीआर नहीं दिया और उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.