जबलपुर। इंदौर लॉ कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. फरहत खान की विवादित पुस्तक (Indore Law College Controversy) का मामला धार्मिक भावनाओं को भड़काने के साथ-साथ सियासी रूप भी ले चुका है. पूरे मामले को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्देश के बाद जहां FIR दर्ज की गई तो वहीं अब इस पूरे मामले पर सियासत की एंट्री भी होती दिख रही है. राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने पूरे मामले को लेकर ट्वीट किया और कहा कि वह कानूनी सिद्धांतों के तहत इस पुस्तक का विरोध करते हैं लेकिन यह भी सही नहीं है कि प्रदेश सरकार पुलिस के सहारे अपने एजेंडों को पूरा करने लगे. स्पष्ट तौर पर ट्वीट के माध्यम से उन्होंने सरकार पर निशाना साधा है. उनके ट्वीट पर जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने पलटवार किया है.
सरकार अपना काम कर रही, दोषी नहीं बख्शे जाएंगे: बहरहाल इस पूरे मामले को लेकर जबलपुर पहुंचे प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने स्पष्ट किया कि ''सरकार अपना काम कर रही है जो उसे करना चाहिए. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. जहां तक राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा का सवाल है तो यह उनकी सोच हो सकती है''. मंत्री सिलावट ने गुजरात चुनाव परिणामों को लेकर भी बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि ''इस बार आने वाले गुजरात चुनाव के परिणाम सारे रिकॉर्ड को तोड़ देंगे. क्योंकि बीजेपी 150 से ज्यादा सीटों पर जीत का परचम लहरायेगी''.
केन-बेतवा योजना एमपी-यूपी सरकारें मिलकर करेंगी काम: जबलपुर प्रवास पर आए जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए दावा किया है कि "शिवराज सरकार का संकल्प प्रदेश के हर किसान को पर्याप्त पानी दिलाना है. साल 2025 तक सिंचाई का लक्ष्य 65 लाख हेक्टेयर भूमि करना है जो फिलहाल 45 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई हो रही है''. उन्होंने कहा है सिंचाई से संबंधित कई बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है, केन-बेतवा योजना पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकार मिलकर काम करेंगी. उन्होंने केन बेतवा परियोजना के लिए 44 हजार करोड़ की योजना मंजूर होने और पहली किश्त की राशि के मिलने की भी पुष्टि की है.
6000 करोड़ की योजना में सर्वे का काम पूरा: जल संसाधन मंत्री की मानें तो बुंदेलखंड में पानी की कमी को पूरा करने में सरकार पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है. उन्होंने ग्वालियर चंबल में माधवराव सिंचाई परियोजना के शुरू करने की भी जानकारी दी और बताया कि 6000 करोड़ की योजना में सर्वे का काम पूरा हो चुका है.