जबलपुर। जिल में मंगलवार शाम 23 साल की लड़की हर्षिता वासवानी का शव जबलपुर की सबसे ऊंची बिल्डिंग ओजस इंपीरिया के पास मिला. घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक इस बात का पता नहीं लग पाया है, कि आखिर इस युवती ने आत्महत्या क्यों की. जबकि वह एक साइकोलॉजी की स्टूडेंट थी. पूरी कहानी में अब तक केवल एक ही बात सामने आ रही है कि पढ़ाई लिखाई करने के बाद 6 महीने से उसके पास कोई काम नहीं था, तो क्या मात्र बेरोजगारी की वजह से हर्षिता ने अपनी जान गंवा दी.
घर स 1 किमी दूर ओजस इंपीरिया में मिली लाश: मंगलवार शाम लगभग 5 बजे जबलपुर की सबसे ऊंची इमारत ओजस इंपीरिया के बेसमेंट पर एक लड़की की लाश देखकर लोग डर गए. मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पहुंची. गोरखपुर थाने के इंचार्ज अरविंद चौबे ने बताया कि "जांच में पता लगा कि लड़की का नाम हर्षिता वासवानी है. वह मदन महल में रहती है. शुरुआत में किसी को भी समझ में नहीं आया कि आखिर अपने घर से लगभग 1 किलोमीटर दूर वह ओजस इंपीरिया में क्या करने आई थी."
साइकोलॉजी की स्टूडेंट ने क्यों कि आत्महत्या: वहीं थोड़ी ही देर में इस घटना की परतें खुलना शुरू हो गई और हर्षिता वासवानी के बारे में आगे की जानकारी मिली. हर्षिता के पिता प्लाईवुड का कारोबार करते हैं. इनकी एक दुकान है. जिस समय यह घटना घटी, उस वक्त परिवार के ज्यादातर सदस्य दुकान पर थे. परिवार के सदस्यों को भी जानकारी सोशल मीडिया के जरिए ही मिली, क्योंकि हर्षिता के पास ऐसा कुछ नहीं था. जिससे उसके परिवार तक पहुंचा जा सके. CCTV फुटेज से पता लगा कि 1 दिन पहले भी हर्षिता इस बिल्डिंग में आई थी. फुटेज को देखकर ऐसा भी लग रहा है कि उसका कोई पीछा कर रहा था. पुलिस इस तथ्य पर भी जांच कर रही है कि किसी ने हर्षिता की हत्या तो नहीं की है.
हत्या या आत्महत्या पुलिस कर ही हर एंगल पर जांच: हर्षिता वासवानी के बारे में पुलिस को जो जानकारी मिली है उसके अनुसार हर्षिता की उम्र 23 साल थी और उसने 6 महीने पहले जयपुर से साइकोलॉजी में डिग्री की थी, लेकिन बीते 6 महीने से वह लगातार नौकरी की तलाश कर रही थी. नौकरी ना मिलने की वजह से उसने लोगों से मिलना जुलना बंद कर दिया था और परेशान थी. हालांकि उसने कोई पत्र नहीं छोड़ा है, लेकिन ऐसी संभावना जताई जा रही है कि हर्षिता ने बेरोजगारी से परेशान होकर आत्महत्या की है, लेकिन यहां एक सवाल यह भी खड़ा होता है की साइकोलॉजी की स्टूडेंट जो सामान्य आदमी से ज्यादा मानसिक विकसित होती है, वह आत्महत्या जैसा कदम कैसे उठा सकता है. पुलिस अभी भी हर्षिता वासवानी के बारे में जानकारी जुटा रही है. हर्षिता के सोशल मीडिया अकाउंट को भी खंगाला जा रहा है और इस बात की पड़ताल की जा रही है कि क्या केवल नौकरी ना मिलने की वजह से हर्षिता ने यह कदम उठाया है या कोई और भी वजह थी. वहीं पुलिस के मन में यह भी सवाल है कि जो खुद साइकोलॉजी की स्टूडेंट थी, उसने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया. परिवार के लोग भी इस बात को लेकर स्तब्ध हैं.