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स्वच्छता सर्वेक्षण में फिसड्डी रहा जबलपुर, महापौर ने कम बजट का रोया रोना - उज्जैन,

भारत सरकार द्वारा देशभर में जारी हुई स्वच्छ्ता सर्वेक्षण की रेटिंग में जबलपुर शहर के पिछड़ने का ठीकरा महापौर ने बजट की कमी पर फोड़ा है,महापौर ने कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार से प्रयास करेंगी.

स्वाति गोडबोले, महापौर
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Published : Mar 12, 2019, 11:28 PM IST

जबलपुर। भारत सरकार द्वारा देशभर में जारी हुई स्वच्छ्ता सर्वेक्षण की रेटिंग में जबलपुर शहर के पिछड़ने का ठीकरा महापौर ने बजट की कमी पर फोड़ा है. हालांकि 10 लाख से ऊपर की आबादी वाले शहर जबलपुर को बेस्ट इनोवेशन के अवॉर्ड से नवाजा गया है, लेकिन स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में जबलपुर बुरी तरह से फिसड्डी साबित हुआ है.

Jabalpur,mp news
स्वच्छता सर्वेक्षण

वहीं महापौर स्वाति गोडबोले का कहना है कि जबलपुर की अपेक्षा उज्जैन में काफी बजट आता है, यही वजह है कि वो हमसे आगे निकल गया. उज्जैन में कुंभ का हवाला देते हुए महापौर ने कहा कि उज्जैन में जब सिंहस्थ मेला लगता है, तो पूरे प्रदेश का फंड खर्च किया जाता है. उन्होंने कहा कि अगर नर्मदा तट ग्वारीघाट में इस तरह के आयोजन हों, तो पूरा फंड यहां आएगा और तब निश्चित रूप से जबलपुर का विकास होगा.

स्वच्छता सर्वेक्षण

महापौर ने कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार से प्रयास करेंगे कि नर्मदा तट पर भी उच्जैन जैसा महाकुंभ होना चाहिए, क्योंकि 70% नर्मदा मध्यप्रदेश से बहती है, 20%गुजरात से और 10% महाराष्ट्र से. नर्मदा मध्यप्रदेश की जीवनदायनी नदी है, इसलिए उनके तट पर इस तरह का महाकुंभ होना ही चाहिए.

बता दें कि जबलपुर शहर का स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में देशभर में 25वां स्थान रहा, तो वहीं प्रदेश के शहरों में 8वां स्थान था. खास बात ये है कि सर्वेक्षण में उज्जैन, देवास जैसे छोटे शहर जबलपुर से बहुत आगे निकल गए.

जबलपुर। भारत सरकार द्वारा देशभर में जारी हुई स्वच्छ्ता सर्वेक्षण की रेटिंग में जबलपुर शहर के पिछड़ने का ठीकरा महापौर ने बजट की कमी पर फोड़ा है. हालांकि 10 लाख से ऊपर की आबादी वाले शहर जबलपुर को बेस्ट इनोवेशन के अवॉर्ड से नवाजा गया है, लेकिन स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में जबलपुर बुरी तरह से फिसड्डी साबित हुआ है.

Jabalpur,mp news
स्वच्छता सर्वेक्षण

वहीं महापौर स्वाति गोडबोले का कहना है कि जबलपुर की अपेक्षा उज्जैन में काफी बजट आता है, यही वजह है कि वो हमसे आगे निकल गया. उज्जैन में कुंभ का हवाला देते हुए महापौर ने कहा कि उज्जैन में जब सिंहस्थ मेला लगता है, तो पूरे प्रदेश का फंड खर्च किया जाता है. उन्होंने कहा कि अगर नर्मदा तट ग्वारीघाट में इस तरह के आयोजन हों, तो पूरा फंड यहां आएगा और तब निश्चित रूप से जबलपुर का विकास होगा.

स्वच्छता सर्वेक्षण

महापौर ने कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार से प्रयास करेंगे कि नर्मदा तट पर भी उच्जैन जैसा महाकुंभ होना चाहिए, क्योंकि 70% नर्मदा मध्यप्रदेश से बहती है, 20%गुजरात से और 10% महाराष्ट्र से. नर्मदा मध्यप्रदेश की जीवनदायनी नदी है, इसलिए उनके तट पर इस तरह का महाकुंभ होना ही चाहिए.

बता दें कि जबलपुर शहर का स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में देशभर में 25वां स्थान रहा, तो वहीं प्रदेश के शहरों में 8वां स्थान था. खास बात ये है कि सर्वेक्षण में उज्जैन, देवास जैसे छोटे शहर जबलपुर से बहुत आगे निकल गए.

Intro:जबलपुर
भारत सरकार द्वारा देश भर में जारी हुई स्वच्छ्ता सर्वेक्षण की रेटिंग में जबलपुर शहर के पिछड़ने का ठीकरा महापौर ने बजट की कमी पर फोड़ा है हालांकि 10 लाख से ऊपर की आबादी में जबलपुर शहर को इनोवेटिव आइडियास औऱ बेस्ट प्रेक्टिसिस के लिए जरूर पहला नंबर मिला है पर स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में जबलपुर बुरी तरह से फिसला है।


Body:जबलपुर शहर का स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में देश भर में 25 वा स्थान तो वही प्रदेश के शहरों में 8 वा स्थान था।खास बात ये है कि सर्वेक्षण में उज्जैन,देवास जैसे छोटे शहर जबलपुर से बहुत आगे निकल गए।सर्वेक्षण में नीचे खिसकने को लेकर आज पहली बार महापौर स्वाति गोडबोले पहली बार कैमरे के सामने आई।महापौर ने कहा कि जबलपुर की अपेक्षा उज्जैन में बजट बहुतायत में आता है यही वजह है कि वो हमसे आगे निकल गया।उज्जैन में हुए कुंभ का हवाला देते हुए महापौर ने कहा कि जब उज्जैन में जब सिंहस्थ लगता है तो पूरे प्रदेश के फंड को वही पर खर्च किया जाता है।


Conclusion:वही महापौर स्वाति गोडबोले ने कहा कि जबलपुर में भी अगर नर्मदा तट ग्वारीघाट में इस तरह का आयोजन होगा तो पूरा का पूरा फंड यहाँ आएगा तब निश्चित रूप से जबलपुर खूब चमकेगा।फंड और नर्मदा में भी उज्जैन जैसा आयोजन है इसके लेकर महापौर ने कहा कि हम केंद्र सरकार से प्रयास भी करेंगे।महापौर ने कहा कि 70% नर्मदा मध्यप्रदेश से बहती है,20%गुजरात से और 10%महाराष्ट्र से।नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवनदायनी है इसलिए उनके तट में इस तरह का महाकुंभ होना ही चाहिए।और जब तक प्रयास नही होगा तब तक फंड नही आएगा।उज्जैन महाकाल की भूमि है इसलिए वहाँ फंडिंग ज्यादा होती है।
बाईट.1-स्वाति गोडबोले....महापौर
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